उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। अप्रैल के महीने में ही तापमान रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है। राजस्थान के बाड़मेर जिले में बुधवार को अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 6 डिग्री अधिक है। यह इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है, जिसने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक लू का प्रकोप जारी रह सकता है। स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां पहले घोषित करने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं। राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में दिन के समय सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं, क्योंकि लोग तीव्र गर्मी से बचने के लिए घरों में ही रहना पसंद कर रहे हैं।
बिहार और झारखंड में भी लू और आंधी-तूफान के कारण जनहानि की खबरें सामने आई हैं। बिहार में पिछले 48 घंटों के दौरान 19 लोगों की जान लू और बिजली गिरने से चली गई। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को गर्मी में बाहर निकलने से बचने, पानी का अधिक सेवन करने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी का समय पहले शुरू हो गया है और इसके प्रभाव अधिक घातक होते जा रहे हैं। इस स्थिति में सरकार और नागरिकों दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।