संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणामों में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी शक्ति दुबे ने पूरे देश में पहला स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया है। कड़ी प्रतिस्पर्धा और लाखों अभ्यर्थियों के बीच शक्ति दुबे की यह उपलब्धि न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि युवाओं के लिए एक नई मिसाल भी पेश करती है।
शक्ति दुबे की इस सफलता के पीछे वर्षों की मेहनत, अनुशासन और निरंतर अभ्यास का योगदान है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज से पूरी की और उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया। वहीं से उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी की शुरुआत की। उनका कहना है कि यह सफर आसान नहीं था, लेकिन सही मार्गदर्शन, समर्पण और माता-पिता के सहयोग से वे अपने लक्ष्य तक पहुंच सके।
शक्ति दुबे ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और उन मित्रों को दिया है जिन्होंने कठिन समय में उनका साथ नहीं छोड़ा। उनका वैकल्पिक विषय (Optional Subject) भूगोल था, जिसमें उन्होंने बेहतरीन अंक प्राप्त किए। शक्ति का मानना है कि आत्मविश्वास, समय प्रबंधन और एनालिटिकल सोच UPSC जैसी परीक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
उनकी इस सफलता के बाद प्रयागराज में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों और शिक्षा संस्थानों ने शक्ति को बधाई दी है। सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें जमकर सराह रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं और उम्मीद जताई है कि शक्ति दुबे भविष्य में देश की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
शक्ति दुबे का लक्ष्य प्रशासनिक सेवाओं के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से काम करना चाहते हैं।
उनकी यह उपलब्धि उन लाखों युवाओं को प्रेरणा दे रही है जो सिविल सेवा में जाना चाहते हैं। शक्ति दुबे ने साबित कर दिया है कि यदि संकल्प मजबूत हो और मेहनत निरंतर हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं।