भुपेंद्र शर्मा, मुख्य संपादक , सिटी दर्पण, चंडीगढ़
जी हां उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने आठ वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर को प्रदेश भाजपा एक उत्सव के रूप में मना रही है। इन आठ वर्षों में राज्य ने कई अहम बदलाव देखे हैं, जिनमें कानून-व्यवस्था में सुधार, बुनियादी ढांचे का विकास, औद्योगिक निवेश, महिला सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियाँ शामिल हैं।भाजपा सरकार ने 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली थी और तब से अब तक प्रदेश की छवि को बदलने की दिशा में लगातार कार्य किया है। सरकार की प्राथमिकता कानून-व्यवस्था को सुधारने, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने, और विकास परियोजनाओं को गति देने पर रही है। योगी सरकार की इन उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने के लिए भाजपा विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम आयोजित कर रही है।आइये बात करते हैं योगी सरकार की प्रमुख उपलब्धियाँ के बारे में। कानून-व्यवस्था में सुधार- उत्तर प्रदेश में सुरक्षित माहौलः योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक प्रदेश में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करना रहा है। सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री ने अपराध और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की नीति अपनाई। प्रदेश में संगठित अपराध को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को सशक्त किया गया। एनकाउंटर पॉलिसी के तहत कई अपराधी गिरफ्तार किए गए या मुठभेड़ में मारे गए। इसके अतिरिक्त, सरकार ने महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए "एंटी-रोमियो स्क्वॉड" का गठन किया। यह कदम महिलाओं और युवतियों को छेड़छाड़ और अन्य अपराधों से सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए थानों में आधुनिक सुविधाएँ बढ़ाई गईं और सीसीटीवी कैमरों का व्यापक स्तर पर उपयोग किया गया। बुनियादी ढांचे का विकास- योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को बुनियादी ढांचे के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए कई महत्त्वपूर्ण परियोजनाएँ शुरू कीं। राज्य में अनेक एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डे, और रेलवे परियोजनाओं को विकसित किया गया। कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएँ योगी सरकार ने चलाई हैं जैसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को गति देने के लिए बनाया गया, उत्तर प्रदेश को पूर्व से पश्चिम जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे व्यापार और परिवहन को आसान बनाएगा, बुंदेलखंड क्षेत्र को औद्योगिक हब बनाने के उद्देश्य से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना शुरू की गई और लखनऊ, कानपुर, आगरा, और गाजियाबाद में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार किया गया। इन परियोजनाओं से न केवल यातायात सुगम हुआ है, बल्कि प्रदेश में निवेश को भी बढ़ावा मिला है। योगी सरकार ने प्रदेश में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की हैं। इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार ने देश-विदेश के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया।उत्तर प्रदेश सरकार ने "एक जिला, एक उत्पाद" योजना को लागू किया, जिसके तहत हर जिले की विशिष्ट हस्तकला और उद्योग को बढ़ावा दिया गया। इससे स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यापारियों को रोजगार के नए अवसर मिले। राज्य में आईटी सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, और डाटा सेंटर हब विकसित किए जा रहे हैं। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण भरपूर हुए हैं। महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए योगी सरकार ने मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रदेश में फास्ट ट्रैक कोर्ट की संख्या बढ़ाई गई ताकि महिलाओं से जुड़े मामलों का तेजी से निपटारा हो सके। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए महिला स्वयं सहायता समूह बनाए गए और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की गई।शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इसमंह योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए। सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने के लिए "ऑपरेशन कायाकल्प" योजना लागू की गई, जिससे स्कूलों में बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं। "अभ्युदय योजना" के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग दी जा रही है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने कई अहम कदम उठाए, जिनमें नए विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों की स्थापना शामिल है। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती पारदर्शी तरीके से की गई और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार देखने योग्य है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने के लिए योगी सरकार ने कई महत्त्वपूर्ण योजनाएँ लागू कीं। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। कोविड-19 महामारी के दौरान "ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट" रणनीति को अपनाकर राज्य में महामारी को नियंत्रित किया गया। प्रदेश में नए मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की स्थापना की गई। 108 एंबुलेंस सेवा को और अधिक प्रभावी बनाया गया। कृषि और किसानों का खास तौर पर ख्याल रखा। योगी सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं। किसान कर्ज माफी योजना के तहत लाखों किसानों को राहत दी गई। सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नहरों और जलाशयों का जीर्णोद्धार किया गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी गई।प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज खरीद की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया, जिससे किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिल सके। कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों को अपनाने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएँ लागू की गईं। धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण किया है योगी जी ने। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्त्वपूर्ण परियोजनाएँ शुरू कीं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, और मथुरा-वृंदावन के विकास कार्य सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक हैं।इसके अतिरिक्त, कुंभ मेले का भव्य आयोजन हुआ, जिसे दुनियाभर में सराहा गया। सरकार ने वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया।यह सच है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर भाजपा कार्यकर्ता विभिन्न जिलों में सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने के लिए रैलियाँ और संगोष्ठियाँ आयोजित कर रहे हैं। अंत में कहा जा सकता है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने पिछले आठ वर्षों में अभूतपूर्व विकास किया है। कानून-व्यवस्था से लेकर बुनियादी ढांचे, निवेश, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और धार्मिक पर्यटन तक, हर क्षेत्र में सरकार ने नए मानक स्थापित किए हैं। प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए योगी सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। आने वाले वर्षों में यह प्रगति और तेज होगी, जिससे उत्तर प्रदेश "नए भारत" के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।