भुपेंद्र शर्मा, मुख्य संपादक , सिटी दर्पण, चंडीगढ़
जी हां इस में कोई दो राय नहीं कि जैसे ही साल 2025 की शुरुआत हुई तभी से कुदरत ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। इससे इत्तेफाक रखने वाले सभी प्रसिद्ध ज्योतिषि कहने लगे हैं कि लगातार हो रही विभिन्न घटनाओं से तो एसा लगता है कि भविष्यवाणियां सच होने लग गई हैं। साल 2025 मानव जाति के लिए कल्याणकारी कम प्रलयकारी ज्यादा महसूस हो रहा है। याद रहे सुपरपावर अमेरिका पहले से ही जनवरी के महीने में तेज ठंड के मौसम में भयंकर आग के तांडव को झेल चुका है इसने पूरे अमेरीका की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है। एशिया महाद्वीप भी 7.1 तीव्रता के भूकंप झेल चुका है और अब भी झेल रहा है। कुदरत के अजब रंग देखो सूखे रेगिस्तानों की धरती में बाढ़ और बारिश से प्रलय देखने को मिल रही है पहाड़ों में बेमौसमी बर्फबारी, बादलों का फटना और मौसम के विपरीत बारिश का कहर आम जनजीवन को तो दहला ही रहा है साथ में उन समस्याओं को पैदा कर रहा है जो अक्सर देखने को नहीं मिलतीं। गर हम भारत की बात करें तो हमारे अपने देश में मुंबई और कर्नाटक में फरवरी में लू चल रही है तो वहीं हिमाचल में सैलाब देखने को मिल रहा है। एक तरफ किन्नौर में भीषण बर्फबारी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के यमुनोत्री-गंगोत्री में भी बर्फ गिरी और ग्लेशियर टूटने की घटना हुई है। उत्तराखंड के चमोली में भारी बर्फबारी की वजह से बद्रीनाथ से करीब 4 कि.मी. दूर माणा गांव के पास अचानक से एक ग्लोशियर टूट गया है। जानकारी के मुताबिक, इस घटना में 57 मजदूर दब गए हैं। 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं बाकी दबे मजदूरों को बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है। एस डी आर एफ, एन डी आर एफ, जिला प्रशासन, आईटीबीपी और बीआरओ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। इसी प्रकार हिमाचल के कुल्लू में कुदरत का कहर ऐसा टूटा कि हर तरफ पानी ही पानी हो गया। भारी बारिश की वजह से भूतनाथ नाले में देखते ही देखते कई गाड़ियां बह गईं। वहीं गांधी नगर में मलबे में कई गाड़ियां दब गई। इसका खौफनाक वीडियो देख कोई भी सिहर उठेगा। बारिश के रौद्र रूप को देखते हुए कुल्लू में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वहीं शिमला, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी बारिश से तबाही का आलम है। इन जिलों में भी स्कूल बंद है और स्थानीय मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट जारी है। हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में पिछले दो दिनों से बर्फबारी हो रही है। किन्नौर में तीन फीट से ज्यादा ऊंची बर्फ जमी हुई है।जिले की कई जगहों पर ग्लेशियर टूटने की भी खबरें सामने आ रही हैं। जंगी के राष्ट्रीय उच्च मार्ग पांच समेत छितकुल तक जाने वाली सड़क पर तीन जगहों पर ग्लेशियर गिरने की जानकारी सामने आई है। वहीं सबसे ज्यादा बर्फ छितकुल, चारंग, रकछम, नेसंग, गयाबुंग , आसरंग, रूपा, हांगो, समेत कई गांवों में पड़ रही है। हिमाचल में हो रहे लगातार बर्फबारी से तीन नेशनल हाईवे सहित 218 सड़कें पूरी तरह बंद हो चुकी है। 246 ट्रांसफार्मर फेल, कई गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं। भारी बर्फबारी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषणा कर दी गई है। इसके अलावा सोलन और धर्मशाला में पुलिस भर्ती भी कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई है। सड़कों पर जगह-जगह बर्फ की मोटी परत जमी हुई है, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। कई जगह भूस्खलन और बर्फीले तूफान की आशंका बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों को बेवजह यात्रा न करने की सलाह दी है। ये बर्फबारी अभी यहीं नहीं थमने वाली। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि हिमालय में अभी और कुदरत का कहर देखने को मिल सकता है। विभाग की ओर से आज (28 फरवरी) के लिए भी कई इलाकों में भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन 1-2 मार्च को कुछ राहत मिलने की संभावना है, 3-4 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और कई इलाकों में बर्फबारी-बारिश की आशंका जताई जा रही है।मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम खराब रहेगा, खासकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थिति नाजुक बनी रहेगी। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि किसानों-बागवानों को इस बारिश-बर्फबारी से राहत मिली है, लेकिन आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। ताज्जुब की बात यह है एक ओर जलजला तो दूसरी ओर गर्मी और लू के थपेड़े पड़ रहे हैं। दिल्ली में 27 फरवरी की रात गर्मी ने 74 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। साल के दूसरे महीने में इतनी गर्म रात इससे पहले 7 दशक पहले ही देखी गई थी। गुरुवार को राजधानी में न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 74 साल में फरवरी महीने में रात का सबसे ज्यादा तापमान रहा। सफदरजंग मौसम केंद्र में दर्ज यह न्यूनतम तापमान (19.5) साल 1951 से 2025 के बीच फरवरी महीने में सबसे ज्यादा है।वहीं मुंबई भी इस मामले में पीछे नहीं है। फरवरी में सुहावने मौसम वाले मुंबई में अब लू चल रही है। पिछले चार दिनों से महाराष्ट्र में मुंबई समेत कई जगहों पर लू के हालात बने हुए हैं। फरवरी में गर्मी का ये रौद्र रूप देखकर हर कोई हैरान और परेशान है। फरवरी में लू चलने की बात शायद ही पहले किसी ने सुनी हो, लेकिन अब ये हो रहा है. मौसम विभाग ने 26-27 फरवरी को लू की चेतावनी जारी की थी। वहीं 28 फरवरी के लिए भी मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की गई है।