पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि क्रीमिया हमेशा रूस के साथ ही रहेगा, चाहे यूक्रेन नाटो का सदस्य बने या नहीं। उनके इस बयान ने न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है, बल्कि अमेरिका की परंपरागत विदेश नीति से भी हटकर नजर आता है।
ट्रंप ने अपने बयान में यह भी कहा कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति बने, तो वह यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे के भीतर खत्म करवा सकते हैं। उन्होंने नाटो की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई सदस्य देश सिर्फ नाम के लिए संगठन का हिस्सा हैं, लेकिन जब वास्तविक सहयोग की बात आती है तो पीछे हट जाते हैं।
पूर्व राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय आया है जब यूक्रेन, नाटो में शामिल होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और पश्चिमी देशों का समर्थन हासिल कर रहा है। वहीं, रूस लगातार चेतावनी देता रहा है कि यूक्रेन की नाटो सदस्यता उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
क्रीमिया, जिसे रूस ने 2014 में यूक्रेन से अलग कर कब्जा कर लिया था, अब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित क्षेत्र बना हुआ है। ट्रंप की टिप्पणी ने इस मुद्दे को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।