चंडीगढ़, 26 मार्च: हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने विधानसभा में जानकारी दी कि सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को समान शिक्षा अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। विधायक श्री अर्जुन चौटाला द्वारा प्राइवेट स्कूलों में दाखिले में आ रही बाधाओं को लेकर उठाए गए मुद्दे पर उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा विभाग बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए लगातार प्रयासरत है।
CHEERAG योजना: शिक्षा में समानता की पहल
राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 में “मुख्यमंत्री समान शिक्षा राहत, सहायता एवं अनुदान (CHEERAG)” योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत कक्षा 2 से 12 तक के विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में पढ़ने का अवसर दिया जाता है। यह योजना निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम, 2009 के तहत कक्षा 1 और उससे पहले की कक्षाओं के लिए 25% सीटें आरक्षित करने के प्रावधान के अनुरूप है।
प्रक्रिया एवं लाभ
✔ योग्य विद्यार्थियों की सूची पोर्टल और स्कूल नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाती है।
✔ जिन अभिभावकों की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये या उससे कम है, वे इस योजना के पात्र हैं।
✔ योजना के तहत कक्षा 2-5 के लिए 700 रुपये, कक्षा 6-8 के लिए 900 रुपये और कक्षा 9-12 के लिए 1100 रुपये प्रतिमाह प्रति छात्र की प्रतिपूर्ति स्कूलों को दी जाती है।
अब तक के परिणाम
📌 शैक्षणिक सत्र 2022-23 से 2024-25 तक 2,925 विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिला।
📌 अब तक ₹3,17,51,445 की राशि वितरित की जा चुकी है, और शेष राशि जल्द जारी की जाएगी।
📌 अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई कि किसी स्कूल ने दाखिला देने से इनकार किया हो।
शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।