चंडीगढ़, 23 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य में पहली बार बिहार दिवस के उपलक्ष्य में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत स्नेह मिलन’ समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन विभिन्न जिलों, जैसे यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत और सोनीपत में भी किया गया। यह विशेष अवसर भारत की विविधता में एकता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि यदि उपयुक्त भूमि उपलब्ध होती है, तो कुरुक्षेत्र में पूर्वांचल समाज के लिए एक धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा।
बिहार की गौरवशाली विरासत
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की धरती मेधा, ज्ञान और संस्कृति की धरोहर है। यही वह स्थान है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ और बौद्ध धर्म की स्थापना हुई। महावीर स्वामी ने इसी भूमि पर जैन धर्म की आधारशिला रखी। आचार्य चाणक्य ने यहां राजनीति और अर्थशास्त्र के मूल सिद्धांतों की रचना की, जो आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने मगध साम्राज्य की महानता का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी शक्ति के समक्ष सिकंदर की सेना ने ब्यास नदी पार करने से इंकार कर दिया था, जिससे उसका विश्व विजेता बनने का सपना अधूरा रह गया। बिहार की इसी भूमि ने चक्रवर्ती सम्राट अशोक को जन्म दिया, जिन्होंने अखंड भारत की संकल्पना को साकार किया।
बिहार और हरियाणा का ऐतिहासिक संबंध
मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालयों ने भारत को शिक्षा का वैश्विक केंद्र बनाया। आधुनिक काल में बिहार के महान नेता डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई। बिहार की संस्कृति, कला, संगीत और पर्व-त्योहार इसे विशिष्ट पहचान देते हैं। विशेष रूप से छठ पर्व ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की सजीव मिसाल है, जो अब पूरे देश में मनाया जाने लगा है।
हरियाणा और बिहार के गहरे सांस्कृतिक व परंपरागत संबंधों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों के लोग परिश्रम, साहस और आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं। बिहार के लोग हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों—कृषि, उद्योग, व्यापार और सेवा क्षेत्र—में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
बिहार के विकास में केंद्र सरकार की भूमिका
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि बिहार अब विकास की नई गाथा लिख रहा है। पटना जैसे शहर स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर हैं, और राज्य के युवा पारंपरिक सरकारी नौकरियों से आगे बढ़कर उद्यमिता और तकनीकी क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार बिहार के विकास में अभूतपूर्व योगदान दे रही है। हाल ही में ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप’ की स्थापना की घोषणा की गई है। कृषि क्षेत्र में भागलपुर, मुंगेर और बक्सर में तीन नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जा रहे हैं। बिहार में मखाना उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष मखाना बोर्ड बनाने की योजना भी प्रस्तावित की गई है। परिवहन और आधारभूत संरचना को ध्यान में रखते हुए पटना हवाई अड्डे के विस्तार और बिहटा में नए हवाई अड्डे के निर्माण की भी घोषणा की गई है।
बिहार के प्रवासियों को सम्मान
इस अवसर पर बिहार के गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा तेजी से विकास कर रहा है और बिहार के नागरिकों को भी आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने प्रवासी बिहारियों से आग्रह किया कि वे अपनी कर्मभूमि के साथ-साथ अपनी जन्मभूमि को भी न भूलें।
उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा कुरुक्षेत्र में छठ महोत्सव को सरकारी स्तर पर आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में बिहार भाजपा प्रदेश मंत्री स्वदेश यादव ने भी अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, कार्यक्रम संयोजक रवि बतान और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।