चंडीगढ़, 23 मार्च – हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि उनके मन में यह विचार हमेशा गूंजता है कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी देश का नेतृत्व कर रहे थे और उन्होंने कई बार भूख हड़ताल की। यदि वे भगत सिंह के लिए भी एक बार ऐसा करते, तो शायद शहीद-ए-आजम भगत सिंह भी आज़ाद भारत को देख पाते।
मंत्री अनिल विज यह विचार अम्बाला छावनी के सिविल एसडीएम सचिवालय में आयोजित शहीद दिवस कार्यक्रम में व्यक्त कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश के वीर शहीदों को सम्मान देना और उनके बताए रास्ते पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस क्रांति की शुरुआत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने की थी, उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है।
देश के भीतर मौजूद चुनौतियों से निपटने की आवश्यकता
मंत्री विज ने कहा कि भले ही विदेशी हुकूमत से देश को आज़ादी मिल गई हो, लेकिन अब भी देश के भीतर कई चुनौतियां मौजूद हैं, जिनमें भ्रष्टाचार और जिम्मेदारियों से विमुखता जैसी समस्याएं शामिल हैं। इनसे लड़ना भी जरूरी है।
भ्रष्टाचार से मुक्ति, विकास की रफ्तार को तेज करेगी
उन्होंने कहा कि जब तक देश में समानता का अधिकार हर नागरिक को नहीं मिलेगा, तब तक सही मायनों में स्वतंत्रता अधूरी ही रहेगी। यदि भ्रष्टाचार के दानव से मुक्ति पा ली जाए, तो देश कई गुना तेजी से प्रगति कर सकता है।
पिछले दौर की तुलना में अब सीधे जनता को मिल रहा लाभ
मंत्री विज ने कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों के कारण अब सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंच रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक वक्तव्य का हवाला देते हुए कहा कि पहले जब केंद्र सरकार से विकास कार्यों के लिए 100 रुपये भेजे जाते थे, तो जनता तक केवल 15 रुपये पहुंचते थे और शेष 85 रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे। लेकिन वर्तमान सरकार में पारदर्शिता के चलते जितनी राशि विकास कार्यों के लिए निर्धारित की जाती है, उतनी ही जनता तक पहुंचती है।
कार्यक्रम में शामिल गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर अम्बाला छावनी के एसडीएम श्री विनेश कुमार, आरटीए सुशील कुमार, ईओ रविंद्र कुमार समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।