चंडीगढ़, 23 मार्च – हरियाणा देश का प्रमुख खेल केंद्र बन चुका है, जहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खिलाड़ियों का योगदान निरंतर जारी है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में राज्य सरकार की प्रगतिशील खेल नीति के कारण हरियाणा ने वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के मंगल सेन इंडोर जिम्नेजियम में आयोजित ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह मेमोरियल इंडिया, रूस, उज्बेकिस्तान बेल्ट रेसलिंग प्रतियोगिता’ में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की ओर से शुभकामनाएं दीं और कहा कि राज्य में बेल्ट रेसलिंग को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की खेल नीति आज अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श बन चुकी है। हाल ही में खेल बजट में 41% से अधिक की वृद्धि की गई है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने बजट में खिलाड़ियों के लिए बीमा योजना समेत कई नई योजनाओं की घोषणा की है। खिलाड़ियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति और डाइट मनी में भी बढ़ोतरी की गई है।
राज्य में खेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की घोषणा के अनुसार, प्रदेश की पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों में खेल उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इनमें रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, हिसार की चौधरी चरण सिंह और गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और रेवाड़ी की इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय शामिल हैं।
भविष्य में होने वाले ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों की मजबूत भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ‘मिशन ओलंपिक्स-2036 विजयीभव’ योजना के तहत 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत 2036 के ओलंपिक में 36 पदक जीतने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने शहीदी दिवस पर वीर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन महान स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान हमें अन्याय के खिलाफ खड़े होने और देशभक्ति की भावना को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है। आज देश में स्थापित मजबूत लोकतांत्रिक ढांचा इन्हीं शहीदों की कुर्बानियों पर आधारित है।
कार्यक्रम में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।