हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पंकज अग्रवाल ने बताया कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है। निर्वाचन आयोग ने बीते एक माह में एक करोड़ से अधिक चुनाव अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
उन्होंने बताया कि राज्यों के चुनाव पंजीकरण अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों और मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने लगभग 5,000 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की हैं। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, देश के मजबूत लोकतांत्रिक ढांचे में लगभग 100 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं, जिससे भारत की वैश्विक पहचान एक सशक्त लोकतंत्र के रूप में होती है। आयोग जल्द ही यूआईडीएआई और अन्य संबंधित विशेषज्ञों के साथ तकनीकी पहलुओं पर विचार-विमर्श करेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी बताया कि प्रत्येक मतदाता को अपने निर्धारित मतदान केंद्र पर ही मतदान करने की अनुमति होगी। आयोग ने देशभर में डुप्लीकेट मतदाता पहचान पत्र को समाप्त करने के लिए एक विशेष मतदाता फोटो पहचान पत्र तैयार करने की योजना बनाई है, जिसे आगामी तीन महीनों में पूरा किया जाएगा।
त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने में राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो बूथ लेवल अधिकारियों को सटीक जानकारी प्रदान करते हैं। यह संशोधित मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया लगातार जारी रहती है। भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से 30 अप्रैल 2025 तक सुझाव आमंत्रित किए हैं, साथ ही वे नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से भी आयोग से मिल सकते हैं।