शारदा समूह का यह मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल सेवा और निवेश दोनों का उदाहरण : मुख्यमंत्री
इस मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के संचालित होने से गौतमबुद्धनगर सहित उ0प्र0 के मरीजों को दिल्ली एम्स या देश के अन्य अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी
प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 08 वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक कदम उठाए
भारत में हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन उपयोग करके इस दिशा में क्रांतिकारी परिवर्तन लाये जा सकते
महराजगंज, सम्भल और शामली में पी0पी0पी0 मोड में नये मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार, एडमिशन प्रारम्भ
प्रदेश सरकार ने जनपद बलिया और बलरामपुर में नये मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए इस वित्तीय वर्ष के बजट में धनराशि की व्यवस्था की
आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से उ0प्र0 में अब तक 10 करोड़ लोगों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराये गये
प्रदेश की सभी आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, ए0एन0एम0, होमगार्ड्स, पी0आर0डी0 जवान, ग्राम चौकीदार और संविदा कर्मियों को राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान करेगी, बजट में किया गया प्राविधान
लखनऊ, 08 मार्च:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गौतमबुद्धनगर में शारदा समूह द्वारा स्थापित शारदा केयर-हेल्थसिटी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शारदा समूह का यह मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सेवा और निवेश दोनों का उदाहरण है। इस मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के संचालित होने से गौतमबुद्धनगर सहित उत्तर प्रदेश के मरीजों को दिल्ली एम्स या देश के अन्य अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 600 बेड के इस मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कैंसर, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी से जुड़ी बीमारियों सहित अन्य बीमारियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर अच्छे विशेषज्ञों को रखने का प्रयास किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 1200 बेड की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त शारदा हॉस्पिटल में 600 बेड बढ़ने से, यह हॉस्पिटल 1800 बेड की सुविधा वाला बन गया है। शारदा हॉस्पिटल ने कोविड कालखण्ड में सरकार के साथ मिलकर लोगों को इलाज की सुविधाएं उपलब्ध करायीं। एक सभ्य समाज के लिए अच्छी शिक्षा के साथ-साथ उत्तम आरोग्यता प्राप्त करने के लिए अच्छे स्वास्थ्य केन्द्र होने आवश्यक हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भूमिका सर्वविदित है। निजी क्षेत्र ने स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश करके उत्तम आरोग्यता के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में सरकार की मदद की है। सरकार ने अपने स्तर पर उन्हें प्रोत्साहित करने के अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं। अच्छी शिक्षा और आरोग्यता के उत्तम साधन नहीं होने पर समाज के विकास की स्थिति ब्रेकर जैसी हो जाती है। यह स्थिति सिस्टम के लिए बोझ बन जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश ने अनेक क्षेत्रों में विकास के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। देश में पहला एम्स प्रारम्भ होने के साथ, 06 एम्स खोलने में 70 वर्ष लगे। जबकि विगत एक दशक में एम्स की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 08 वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक कदम उठाए हैं। देश की आजादी से लेकर वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में केवल 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज बने थे। आज उत्तर प्रदेश में राजकीय मेडिकल कॉलेजों की संख्या 40 है। निजी क्षेत्र में 37 मेडिकल कॉलेज बनकर क्रियाशील हो चुके हैं।
राज्य सरकार की ‘वन डिस्ट्रिक-वन मेडिकल कॉलेज’ पॉलिसी के अन्तर्गत जनपद महराजगंज, सम्भल और शामली में पी0पी0पी0 मोड में नये मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो चुके हैं और इनमें एडमिशन भी प्रारम्भ हो गये हैं। प्रदेश सरकार ने जनपद बलिया और बलरामपुर में नये मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए इस वित्तीय वर्ष के बजट में धनराशि की व्यवस्था की है। शेष 06 जनपदों में भी मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उत्तर प्रदेश में आज 02 एम्स-गोरखपुर तथा रायबरेली में संचालित हैं। एम्स के समकक्ष संस्थान बी0एच0यू0, वाराणसी और जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, ए0एम0यू0, अलीगढ़ में संचालित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में हर जनपद में गरीबों को निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई है। साथ ही, वहां सी0टी0 स्कैन व एम0आर0आई0 की सुविधा प्रारम्भ की है। प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे डॉक्टर व मेडिकल स्टॉफ के साथ-साथ बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कारगर प्रयास किये हैं। प्रदेश में प्रत्येक रविवार को हर पी0एच0सी0 में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित किया जाता है। इन आरोग्य मेलों में निःशुल्क ओ0पी0डी0 चलती है और मरीजों को दवा उपलब्ध करायी जाती है। साथ ही, लोगों को केन्द्र व राज्य सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी जाती है।
आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश में अब तक 10 करोड़ लोगों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराये गये हैं, ताकि स्वास्थ्य की सुविधा हर व्यक्ति को मिल सके। इस वित्तीय वर्ष के बजट में राज्य सरकार ने व्यवस्था की है कि प्रदेश की सभी आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, ए0एन0एम0, होमगार्ड्स, पी0आर0डी0 जवान, ग्राम चौकीदार और संविदा कर्मियों को भी आयुष्मान भारत योजना के तहत 05 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा कवर से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। इससे वह किसी भी इम्पैनल्ड हॉस्पिटल में जाकर अपना उपचार करा सकेंगे।
सरकार द्वारा सरकारी कार्मिकों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही। पी0एम0 रिलीफ फण्ड व सी0एम0 रिलीफ फण्ड द्वारा पात्र जरूरतमन्दों को इलाज के लिए मदद की जा रही है। प्रधानमंत्री जी ने आयुष विभाग के माध्यम से ट्रेडिशनल मेडिसिन को बढ़ावा देने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत में हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं हैं। दुनिया भारत की ओर देख रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन उपयोग करके हम लोग इस दिशा में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। जनपद गौतमबुद्धनगर देश का ए0आई0 सेन्टर बनने वाला है। आज नोएडा में माइक्रोसॉफ्ट के इण्डिया डेवलपमेन्ट सेन्टर का शिलान्यास और एम0ए0क्यू0 सॉफ्टवेयर के ए0आई0 इंजीनियरिंग सेन्टर का लोकार्पण किया गया है।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा शारदा समूह के पदाधिकारी उपस्थित थे।