उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई है। प्राकृतिक आपदा के इस ताजे दौर में जहां आम की करीब 10 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई, वहीं अलग-अलग जिलों में पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है।
राज्य के बागवानी विभाग के अनुसार, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, प्रयागराज और बाराबंकी जैसे आम उत्पादक जिलों में तेज हवाओं और ओलावृष्टि से पेड़ों पर लदे कच्चे आम भारी मात्रा में झड़ गए। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे प्रदेश में आम की कुल पैदावार पर गंभीर असर पड़ेगा, खासकर दशहरी और लंगड़ा प्रजातियों पर। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दूसरी ओर, तेज हवाओं के चलते पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। राहत और बचाव कार्यों में प्रशासन जुटा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है और जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे पेड़ों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं और मौसम की ताज़ा जानकारी पर नजर बनाए रखें।