जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई इलाकों में नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। घाटी के कई हिस्सों में घरों के बहने, सड़कें धंसने और स्कूल-कॉलेज बंद होने की घटनाएं सामने आई हैं।
प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए संवेदनशील इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। कई क्षेत्रों में पानी इतना भर गया है कि सड़क संपर्क टूट गया है। आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है। दृश्यता कम होने के कारण कई उड़ानों को अन्य स्थानों पर डायवर्ट करना पड़ा। साथ ही कुछ ट्रेन सेवाओं को भी एहतियातन रोक दिया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने सुरक्षा के मद्देनज़र सभी शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद रखने का निर्देश जारी किया है।
कुपवाड़ा, अनंतनाग, बांदीपोरा और बारामुला जिलों से भूस्खलन और सड़क अवरोध की खबरें हैं। कई ग्रामीण इलाकों में लोगों को नावों और ट्रैक्टरों के सहारे निकालने की कोशिश की जा रही है।
जल संसाधन विभाग ने बताया कि झेलम नदी और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरनाक निशान के करीब पहुंच गया है।