कैथोलिक ईसाई समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु Pope Francis के निधन की खबर ने दुनियाभर में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके निधन की आधिकारिक पुष्टि वेटिकन सिटी से की गई, जिसके बाद विश्व भर के नेताओं और अनुयायियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें एक करुणामयी, विचारशील और मानवीय मूल्यों के पक्षधर के रूप में याद किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि Pope Francis का जीवन सेवा, प्रेम और दया का प्रतीक था। उन्होंने न केवल धर्म के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक न्याय, शांति और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी अत्यंत प्रभावशाली कार्य किए। पीएम मोदी ने उन्हें "आधुनिक युग का नैतिक प्रकाशस्तंभ" करार दिया।
Pope Francis का निधन केवल धार्मिक जगत की क्षति नहीं है, बल्कि वैश्विक मानवीय मूल्यों और विश्व शांति के एक मजबूत स्तंभ के गिरने जैसा है। उनकी शिक्षाएं, जिसमें करुणा, सहिष्णुता और मानवता के प्रति समर्पण प्रमुख रहा, आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा देती रहेंगी।
भारत सहित अनेक देशों में उनके अनुयायियों और प्रशंसकों ने प्रार्थना सभाओं का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से यह भावुक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि Pope Francis ने सीमाओं से परे एक व्यापक मानवीय प्रभाव छोड़ा।