सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 29 अक्तूबरः
यूक्रेन के साथ रूस की जंग करीब 2 साल से जारी है। इसी बीच रूस ने सोमवार को अपनी परमाणु यूनिट की ड्रिल की। इसमें बम, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें सटीकता से साथ दागी गईं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन में मौजूद परमाणु सेंटर से इस ड्रिल की मॉनिटरिंग की।
इस अभ्यास की शुरुआत से पहले पुतिन ने कहा- आज हम रणनीतिक निरोधक यूनिट की प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसमें परमाणु हथियारों के उपयोग का अभ्यास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रूस परमाणु हथियारों का उपयोग केवल अंतिम उपाय के रूप में करेगा। रूस की सैन्य नीति में ये सिद्धांत है कि परमाणु हथियारों का उपयोग केवल तब किया जाएगा, जब देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी हो।
परमाणु ताकत ही हमारी अखंडता की गारंटी
पुतिन ने कहा कि न्यूक्लियर ट्रायड हमारी संप्रभुता और सुरक्षा की मजबूत गारंटी है। यही ताकत हमें वैश्विक शक्तियों के साथ संतुलन को बनाए रखने में मदद करती हैं।
उन्होंने कहा कि आज के समय में बढ़ते वैश्विक तनाव और बाहरी खतरों में आधुनिक रणनीतिक निरोधक यूनिटों को हमेशा तत्पर रखना जरूरी है। उन्हें लगातार अपडेट करना महत्वपूर्ण हो गया है।
पुतिन ने कहा कि रूस अपनी रक्षा तकनीक के सभी हिस्सों को मजबूत करना जारी रखेगा। हमारी रक्षा के लिए हमारे पास पर्याप्त सोर्स मौजूद हैं।
रूस लगातार अपनी परमाणु क्षमता बढ़ा रहा रूस अपनी युद्ध सामग्री प्लानिंग में लगातार बदलाव कर रहा है। आने वाले समय में रूस की स्ट्रैटेजिक मिसाइल फोर्सेज ऑफ रशियन फेडरेशन को नए स्थिर और मोबाइल मिसाइल प्रणालियों में बदला जाएगा।
इनकी सटीकता अधिक होगी, लॉन्च के लिए तैयारी समय कम होगा और एंटी-मिसाइल सिस्टम को भी पार कर सकने की क्षमता जुड़ेंगी।
रूस के नौसेना के बेड़े को नवीनतम परमाणु पनडुब्बियों से अपडेट किया जा रहा है। साथ ही वायु सेना में लंबी दूरी के बॉम्बार्डियर विमानों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है।