सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 29 अक्तूबरः
बुढ़ापा और उसमें भी बीमारी हो तो अपने-पराये का फर्क दिखा जाता है। बुढ़ापे में अपनों ने भुला दिया, लेकिन आज पीएम मोदी ने अपनाया। यह कहते-कहते गुरुग्राम की 70 वर्षीय फूला देवी की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने पल्लू से आंखें पोंछते हुए कहा, आज मैं बहुत खुश हूं।
गरीबों को वैसे ही इलाज नहीं मिल पाता और ऊपर से बुढ़ापा हो तो और ज्यादा बेकद्री होती है। धन्य है वो मां, जिसने मोदी को जन्म दिया। मोदी आज मेरी और मेरे जैसों की लाठी बने हैं। फूला देवी यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और चंडीगढ़ से आए उन पांच बुजुर्गों में शामिल हैं, जिन्हें पीएम मोदी ने आयुष्मान योजना का विशेष कार्ड सौंपा। फूला देवी ने बताया कि मंच पर जब पीएम मोदी कार्ड सौंप रहे थे तो उन्होंने कहा कि अब डॉक्टर के पास जाते रहना और अपना इलाज अच्छे से करवाना। देहरादून के बल्लूपुर से आईं तृप्ता शर्मा ने कहा, मोदी ने आज हमें जीने का अधिकार दे दिया। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि मेरी उम्र उन्हें लग जाए। मोदी हजारों साल जिएं।
मोदी जैसा दूसरा मिलना बहुत मुश्किल
उत्तर प्रदेश के पंचानन शुक्ला ने कहा, मोदी जैसा दूसरा कोई मिलना साहब बहुत मुश्किल है। अब मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं और अपना इलाज कराने में खुद सक्षम हूं। यह हिम्मत देने के लिए मोदी का बहुत-बहुत शुक्रिया। इसी बीच चंडीगढ़ के दीपचंद बोल पड़े, मोदी ने देश में गरीबी-अमीरी के बीच एक जैसा रिश्ता कायम कर दिया। देखना, जब गांव-गांव कार्ड बनेंगे तो मोदी को कितना आशीर्वाद मिलेगा।