पहल्गाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हलचल तेज हो गई है। इस हमले ने न सिर्फ घाटी में तनाव बढ़ाया है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी पूरी तरह सतर्क कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर हालात की जानकारी दी और सेना की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि भारतीय सेनाएं हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सेना, अर्धसैनिक बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच समन्वय बढ़ा दिया गया है ताकि आतंकियों के मंसूबों को विफल किया जा सके।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पहल्गाम में हुई कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिए हैं कि वे आतंकवाद के खिलाफ अभियान और तेज करें। इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि घुसपैठ की किसी भी कोशिश को समय रहते नाकाम किया जा सके।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने बलों से मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने को कहा।
गौरतलब है कि पहल्गाम में रविवार को हुए हमले में सुरक्षाबलों के साथ-साथ नागरिकों को भी निशाना बनाने की साजिश थी। हालांकि, समय पर कार्रवाई से एक बड़े हमले को टाल दिया गया।
घटनाक्रम के बाद केंद्र सरकार ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और देश की एकता और अखंडता के खिलाफ उठने वाले हर हाथ को कुचल दिया जाएगा।