गोरखपुर, 6 अप्रैल 2025 —
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में स्थापित सुपर मेगा प्रोजेक्ट ‘केयान डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड’ के अत्याधुनिक प्लांट का विधिवत उद्घाटन किया। 1,200 करोड़ रुपये के निवेश से बने इस एथेनॉल उत्पादन केंद्र का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे पूर्वांचल के औद्योगिक विकास में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पांच कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे और डिस्टिलरी के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। साथ ही उन्होंने नवनिर्मित प्लांट का निरीक्षण करते हुए तकनीकी विवरणों की जानकारी ली।
एथेनॉल उत्पादन से आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह प्लांट अनाज आधारित एथेनॉल उत्पादन पर केंद्रित है, जिससे न केवल डीजल-पेट्रोल पर निर्भरता घटेगी बल्कि विदेशी मुद्रा की भी भारी बचत होगी। वर्तमान में देश हर वर्ष 7-8 लाख करोड़ रुपये मूल्य का कच्चा तेल आयात करता है। उन्होंने बताया कि यहां बनने वाला एथेनॉल वाहनों के साथ-साथ विमानों के ईंधन के रूप में भी इस्तेमाल हो सकेगा। इसके साथ ही रेक्टिफाइड स्पिरिट का उत्पादन भी होगा, जिसका उपयोग आधुनिक औषधियों में किया जाएगा।
किसानों को मिलेगा अतिरिक्त लाभ
मुख्यमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि इस डिस्टिलरी से स्थानीय किसानों को पराली, टूटे चावल, खराब अनाज, मक्का, गेहूं के डंठल आदि बेचकर अतिरिक्त आमदनी का मौका मिलेगा। पराली के लिए ₹10 प्रति क्विंटल का मूल्य भी तय किया गया है। किसानों को प्रोत्साहित किया गया कि वे समितियों के माध्यम से डिस्टिलरी से जुड़ें और कृषि अपशिष्ट को आमदनी में बदलें।
रोजगार और निवेश के नए द्वार
मुख्यमंत्री ने बताया कि डिस्टिलरी में प्रथम चरण में 3.5 लाख लीटर प्रतिदिन एथेनॉल का उत्पादन होगा, जिसे बाद में बढ़ाकर 5 लाख लीटर प्रतिदिन किया जाएगा। इस परियोजना से 2,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होंगी। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले तक गीडा में निवेश की कोई रुचि नहीं थी, लेकिन बीते 8 वर्षों में ₹15,000 करोड़ से अधिक का निवेश यहां हुआ है और 50,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है।
गीडा में स्किल डेवलपमेंट सेंटर (नाइलेट) भी शुरू किया गया है, जिसमें कंप्यूटर डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स करवाए जा रहे हैं और यहां प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को कैम्पस सेलेक्शन के ज़रिये नौकरी मिल रही है।
औद्योगिक विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण भी जरूरी
सीएम योगी ने कहा कि ग्रीन एनर्जी और पर्यावरण संतुलन के लिए उद्योगों को जीरो लिक्विड डिस्चार्ज तकनीक अपनानी चाहिए। उन्होंने सोलर एनर्जी के उपयोग को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हर उद्योग अपने को-जनरेशन प्लांट के माध्यम से ऊर्जा आत्मनिर्भर बन सकता है।
उन्होंने चेताया कि गीडा के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि समय रहते सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (सीटीपी) को सक्रिय किया जाए, ताकि आमी नदी की निर्मलता और अविरलता बनी रहे, जो किसानों और पशुपालकों के लिए जीवनरेखा है।
निवेश के लिए सुरक्षित गंतव्य बना उत्तर प्रदेश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश और गीडा निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद स्थल बन चुका है। यहां प्लास्टिक पार्क, गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्रियों का विकास भी तेज़ी से हो रहा है। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी की मदद से उद्योग अब पर्यावरण के साथ तालमेल बैठाकर काम कर सकते हैं।
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में सांसद रवि किशन शुक्ला, विधायक प्रदीप शुक्ला, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव समेत शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और केयान डिस्टिलरी के प्रबंधन से जुड़े सदस्य मौजूद रहे।