चंडीगढ़, 31 मार्च:
पंजाब सरकार ने पानी की बचत करने वाली धान की सीधी बुवाई (डी.एस.आर.) तकनीक को अपनाने वाले 20,229 किसानों को 27.79 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि जारी की है। यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियाँ ने दी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में 2.53 लाख एकड़ में डी.एस.आर. तकनीक से धान की बुवाई की गई, जो वर्ष 2023 के 1.72 लाख एकड़ की तुलना में 47% अधिक है। इससे राज्य में भूजल संरक्षण और टिकाऊ खेती को बढ़ावा मिला है।
किसानों को किस्तों में दी गई सहायता राशि
मार्च 2025 के पहले सप्ताह में पहले चरण के तहत 9,500 से अधिक किसानों को 4.34 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी। अब शेष सभी लाभार्थियों के बैंक खातों में पूरी राशि स्थानांतरित कर दी गई है।
डी.एस.आर. तकनीक को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों को डी.एस.आर. तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस तकनीक से न केवल भूजल स्तर में गिरावट को रोका जा सकता है, बल्कि खेती को अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सकता है।
कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियाँ ने बताया कि डी.एस.आर. तकनीक को अपनाने वाले किसानों को 1,500 रुपये प्रति एकड़ की सहायता राशि दी जा रही है। यह योजना पंजाब में जल संरक्षण और कृषि स्थिरता सुनिश्चित करने के सरकार के संकल्प को दर्शाती है।
पानी बचाने और पर्यावरण सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता
उन्होंने कहा कि सरकार जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए कृषि क्षेत्र में बदलाव ला रही है। डी.एस.आर. तकनीक से पानी की खपत कम होती है, जिससे राज्य में गिरते भूजल स्तर की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी।
पंजाब सरकार किसानों के साथ मिलकर जल संरक्षण और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है।