चंडीगढ़, 31 मार्च:
पंजाब सरकार के "युद्ध नशों विरुद्ध" अभियान के तहत प्रदेश में नशे के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई जारी है। अभियान के 31वें दिन, पंजाब पुलिस ने 48 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और 16.7 किलो हेरोइन के साथ ₹34,300 की ड्रग मनी बरामद की। इस तरह, महज एक महीने में पंजाब पुलिस 4,640 तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है।
यह व्यापक कार्रवाई पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
संयुक्त अभियान और कैबिनेट मॉनिटरिंग
पंजाब सरकार ने नशा तस्करी पर शिकंजा कसने के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया है, जो इस अभियान की निगरानी कर रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पंजाब को पूरी तरह नशामुक्त बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
स्पेशल डीजीपी का बयान
स्पेशल डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि अभियान के तहत 99 वरिष्ठ अधिकारियों (एसपी/डीएसपी) की अगुवाई में 1,400 से अधिक पुलिस कर्मियों की 200 से अधिक टीमों ने राज्यभर में 518 स्थानों पर छापेमारी की।
इस दौरान:
✅ 608 संदिग्धों की जांच की गई
✅ 35 नई एफआईआर दर्ज की गईं
स्पेशल डीजीपी ने आगे बताया कि पंजाब सरकार ने नशा उन्मूलन के लिए तीन-स्तरीय रणनीति (ईडीपी - प्रवर्तन, नशा मुक्ति और रोकथाम) लागू की है। इसके तहत, पुलिस ने दो व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास के लिए प्रेरित किया है।
अगले कदम
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और नशा तस्करी के खिलाफ "ज़ीरो टॉलरेंस" नीति अपनाई जाएगी। सरकार और पुलिस प्रशासन का संकल्प है कि पंजाब को जल्द से जल्द नशामुक्त बनाया जाए।