वैश्विक तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे दुनिया के 27 देशों ने अलर्ट जारी किया है। बढ़ते सैन्य संघर्षों, भू-राजनीतिक विवादों और महाशक्तियों के बीच तनातनी के चलते थर्ड वर्ल्ड वॉर की आशंका गहराने लगी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हालात नहीं संभले तो 45 करोड़ से अधिक लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई देशों के बीच सैन्य तैयारियां तेज हो गई हैं, जिससे वैश्विक शांति को गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। अमेरिका, रूस, चीन और यूरोप के प्रमुख देश लगातार रक्षा बजट बढ़ा रहे हैं और अत्याधुनिक हथियारों का निर्माण कर रहे हैं। वहीं, एशिया और मध्य पूर्व में भी युद्ध की आशंका को लेकर चिंता जताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द ही कूटनीतिक समाधान नहीं निकला, तो दुनिया एक बड़े युद्ध की ओर बढ़ सकती है। खासकर परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच बढ़ता तनाव गंभीर परिणाम ला सकता है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन इस स्थिति को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस हल नहीं निकला है।
इस बढ़ते खतरे के बीच आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। कई देशों में नागरिक सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है, और सरकारें युद्ध की स्थिति में संभावित नुकसान को कम करने के लिए रणनीतियां बना रही हैं। दुनिया अब एक नाजुक दौर में प्रवेश कर चुकी है, जहां शांति बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।