देशभर में आज ईद-उल-फितर का पावन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं, विशेष नमाज अदा करते हैं और जरूरतमंदों की मदद करते हैं। रमजान के पवित्र महीने के समापन के साथ ही यह त्योहार आता है, जिसे दुनिया भर में खुशी और भाईचारे के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
ईद-उल-फितर का महत्व
ईद-उल-फितर इस्लाम धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह रमजान के महीने में 30 दिनों तक रोज़े (उपवास) रखने के बाद आता है। इस दिन का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे अल्लाह का शुक्रिया अदा करने और गरीबों व जरूरतमंदों की सहायता करने का दिन माना जाता है। इस्लाम में इसे 'तोहफा-ए-रमजान' भी कहा जाता है। इस अवसर पर 'फितरा' दान करने की परंपरा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि समाज के हर वर्ग के लोग त्योहार की खुशियों में शामिल हो सकें।
कैसे मनाई जाती है ईद?
सुबह विशेष नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई देते हैं। घरों में स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, जिनमें सेवइयां, शीरखुरमा और बिरयानी मुख्य रूप से शामिल होते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने और जरूरतमंदों की मदद करने की परंपरा भी इस पर्व को खास बनाती है।
ईद-उल-फितर सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, करुणा और सौहार्द का संदेश देता है। आप सभी को ईद मुबारक!