देशभर में इस साल गर्मी का प्रकोप जल्दी शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अप्रैल से लू (Heat Wave) की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। देश के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
गर्मी का असर: क्या होगा अलग इस बार?
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भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि इस साल उत्तर भारत, मध्य भारत और पश्चिमी हिस्सों में हीट वेव का असर ज्यादा रहेगा।
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समुद्र के तापमान में वृद्धि और जलवायु परिवर्तन के कारण गर्म हवाओं का प्रकोप तेज़ हो सकता है।
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शहरी इलाकों में हीट आइलैंड इफेक्ट के कारण तापमान और अधिक बढ़ सकता है।
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अप्रैल से जून के बीच अधिकतर राज्यों में बारिश की कमी हो सकती है, जिससे सूखे की स्थिति बन सकती है।
क्या मानसून देगा राहत?
मॉनसून को लेकर वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार बारिश औसत से थोड़ी कम हो सकती है। अल नीनो प्रभाव की वजह से मानसून की शुरुआत में देरी हो सकती है, लेकिन जून के अंत तक हालात सामान्य होने की संभावना है।
कैसे करें गर्मी से बचाव?
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पानी का अधिक सेवन करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
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घर से बाहर निकलते समय छाता या टोपी का इस्तेमाल करें।
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हल्के और सूती कपड़े पहनें।
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दोपहर के समय बाहर जाने से बचें।
इस साल हीट वेव का प्रभाव ज्यादा रहने वाला है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।