पंजाब के जल स्रोत मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने राज्य सरकार के नए बजट की सराहना करते हुए इसे जल प्रबंधन और कृषि क्षेत्र के लिए एक दूरदर्शी कदम बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार जल संकट से निपटने के लिए प्रभावी योजनाएं लागू कर रही है। बजट में शाहपुर कंडी डैम प्रोजेक्ट के लिए 2604 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे 1042 मिलियन यूनिट पन-बिजली उत्पादन होगा और 1.55 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। इस परियोजना से अमृतसर, गुरदासपुर, तरन तारन और पठानकोट जिलों को लाभ होगा। राज्य में भूजल स्तर की गिरावट को देखते हुए सरकार ने 2025-26 के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है। रूपनगर, एसबीएस नगर, होशियारपुर, एसएएस नगर और पठानकोट में 40 गहरे ट्यूबवेल और सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के पास 167 छोटे ट्यूबवेल स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, 7877 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए 85 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, 63000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 315 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सरकार ने 8227 करोड़ रुपये के नहरी जल परियोजनाओं की भी पहचान की है, जिससे पहले से वंचित क्षेत्रों तक सिंचाई सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। संगरूर जिले में 38,000 हेक्टेयर भूमि पर भूमिगत पाइपलाइन नेटवर्क के लिए 100 करोड़ रुपये और फाजिल्का में सेम प्रभावित भूमि सुधार के लिए नया प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया गया है। कंडी क्षेत्र में जल संचयन और माइक्रो-सिंचाई योजनाओं से 30,000 हेक्टेयर भूमि को लाभ मिलेगा। श्री गोयल ने कहा कि यह बजट पंजाब के जल संसाधनों के संरक्षण और सतत कृषि विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। 4o