चंडीगढ़, 25 मार्च:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की पहल पर चलाए जा रहे "युद्ध नशों विरुद्ध" अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने सभी पुलिस कमिश्नरों (सीपी) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में मुख्य नशा तस्करों और सप्लायरों की पहचान सात दिनों के भीतर करें। यह निर्देश एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से जारी किए गए हैं, जिनका उद्देश्य राज्य में नशीले पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला को व्यवस्थित तरीके से खत्म करना है।
अब तक की कार्रवाई और अभियान की प्रगति
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने 1 मार्च, 2025 को "युद्ध नशों विरुद्ध" अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत अब तक 2,248 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 3,957 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 137.7 किलोग्राम हेरोइन सहित भारी मात्रा में अन्य नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि, "नागरिकों से प्राप्त फीडबैक और खुफिया जानकारी से यह स्पष्ट हुआ है कि नशे की गली-मोहल्ले में उपलब्धता में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि, नशा तस्करों और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े मुख्य अपराधियों पर और अधिक प्रभावी कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि यह नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो सके।"
मुख्य तस्करों की पहचान और निगरानी के निर्देश
डीजीपी ने सभी सीपी और एसएसपी को निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत रूप से नशा तस्करों की मैपिंग की निगरानी करें। इसके लिए वे गोपनीय जानकारी, सेफ पंजाब हेल्पलाइन डेटा, जन सुझाव, पूछताछ रिपोर्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों में सामने आए संबंधों का विश्लेषण करें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सटीक और प्रमाण-आधारित जानकारी के बिना कोई भी दावा स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि किसी जिले में प्रभावी मैपिंग नहीं की जाती, तो इसे संबंधित अधिकारी की व्यक्तिगत लापरवाही माना जाएगा।
सख्त कार्रवाई और रिपोर्टिंग की समय सीमा
डीजीपी गौरव यादव ने सभी सीपी और एसएसपी को समय पर विस्तृत रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रिपोर्ट के आधार पर, राज्यभर में विशेष अभियानों के तहत बड़े नशा तस्करों और सप्लायरों को गिरफ्तार करने के लिए लक्षित कार्रवाइयाँ की जाएंगी। इससे पंजाब में नशे के कारोबार की जड़ें पूरी तरह समाप्त करने की दिशा में एक और मजबूत कदम उठाया जाएगा।