सिटी दर्पण
कीव, 12 मार्चः
यूक्रेन ने रूस के साथ 30 दिन के युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव का समर्थन करने की घोषणा की है। कीव ने इसे एक "महत्वपूर्ण कदम" बताया, जिसमें अमेरिका ने सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने को फिर से शुरू करने पर सहमति जताई। यह घोषणा सऊदी अरब के जेद्दा में अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच आठ घंटे से अधिक चली बैठक के बाद की गई।
अमेरिका ने रूस के सामने रखा प्रस्ताव
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका इस संयुक्त प्रस्ताव को रूस के समक्ष पेश करेगा और अब फैसला मॉस्को के हाथ में है।
युद्धविराम प्रस्ताव के मुख्य बिंदु
संयुक्त बयान में कहा गया कि यूक्रेन ने 30-दिवसीय युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार करने की इच्छा जताई है, जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका ने एक अंतरिम युद्धविराम की पेशकश की है, जिसमें न केवल काला सागर बल्कि पूरे युद्धक्षेत्र में मिसाइल, ड्रोन और बमबारी को रोकने का प्रस्ताव शामिल है। उन्होंने कहा, "यूक्रेन इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार है और इसे सकारात्मक कदम मानता है।"
इसके अलावा, अमेरिका और यूक्रेन ने शांति प्रक्रिया के तहत मानवीय सहायता के महत्व पर जोर दिया। इसमें युद्धबंदियों की अदला-बदली, नागरिक कैदियों की रिहाई और जबरन विस्थापित किए गए यूक्रेनी बच्चों की वापसी शामिल है। दोनों पक्षों ने तुरंत शांति वार्ता शुरू करने के लिए अपनी वार्ता टीमों का गठन करने पर सहमति जताई।
ट्रंप की चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप से जब रूस को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के कई तरीके हैं, लेकिन उनका मुख्य उद्देश्य शांति स्थापित करना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर रूस ने बातचीत का रास्ता नहीं अपनाया, तो अमेरिका ऐसे कदम उठा सकता है जो रूस के लिए "बेहद बुरे" साबित हो सकते हैं।
रूस की प्रतिक्रिया और आगे की संभावनाएं
अब यह देखना अहम होगा कि रूस इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया देता है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे इस समझौते को मॉस्को तक लेकर जाएंगे।
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज जल्द ही अपने रूसी समकक्ष से मुलाकात करेंगे, जबकि विशेष दूत स्टीव विटकॉफ इस सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को जाने की योजना बना रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि वह स्वयं भी पुतिन से वार्ता कर सकते हैं और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थायी युद्धविराम पर चर्चा होगी।
रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका-यूक्रेन वार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे अमेरिकी अधिकारियों के साथ संपर्क की संभावना से इनकार नहीं करते।
पुतिन का रुख
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे केवल दीर्घकालिक शांति समझौते पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा था कि "कोई अस्थायी युद्धविराम नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे सेनाओं को पुनर्गठित होने और पुनःशस्त्रीकरण का अवसर मिलेगा।"
इसके अलावा, पुतिन ने क्षेत्रीय रियायतें देने से इनकार कर दिया और कहा कि यूक्रेन को उन चार क्षेत्रों से पूरी तरह हटना होगा, जो वर्तमान में रूस के नियंत्रण में हैं।
रूस की शर्तें
एक प्रमुख रूसी सांसद ने बुधवार को कहा, "हम समझौते की जरूरत को समझते हैं, लेकिन यह हमारी शर्तों पर होना चाहिए, न कि अमेरिकी शर्तों पर।" डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका-रूस संबंधों में बदलाव देखने को मिला है। हाल ही में जेद्दा में हुई अमेरिका और रूस के बीच वार्ता में यूक्रेन में शांति स्थापना और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम बनाने पर सहमति बनी। अब यह देखना होगा कि रूस इस युद्धविराम प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या शांति वार्ता आगे बढ़ पाती है या नहीं।