सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 10 अक्तूबरः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक सूचना पर एक गोदाम में छापा मारा. फिर अंदर जो चीज मिली. उसे देखकर दंग रह गई. वहां से 200 किलोग्राम कोकीन मिली जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 2000 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, पिछली बार पकड़े गए ड्रग तस्करों से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसे बारे में पता चला था. इसके बाद स्पेशल सेल ने पश्चिमी दिल्ली के रमेश नगर इलाके से छापेमारी की. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 3 अक्तूबर को महिपालपुर में छापेमारी की थी और एक गोदाम से 560 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त करने का दावा किया था. इसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 5,620 करोड़ रुपये लगाई गई थी.
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक, मौके से 2 लोगों को पकड़ा गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. यह जानने की कोशिश है कि इसमें उनकी क्या भूमिका है. पकड़े गए लोगों में गोदाम का मालिक गुलशन माखन और अनिल हरजाई हैं. इनसे पूछा जा रहा है कि ड्रग्स से इनका क्या कनेक्शन है और ये वहां पर कब रखी गई थी. सूत्रों के मुताबिक, इस गोदाम को किराए पर लिया गया था. काफी समय तक गोदाम को खाली रखा गया था. बाद में इसमें ड्रग्स की खेप आती रही.
सूत्रों का कहना है कि कोकीन लाने वाला शख्स लंदन भाग गया है. जिस कार से कोकीन लाई गई थी,उसमें जीपीएस लगा हुआ था. GPS लोकेशन को ट्रैक करते हुए पुलिस पहुंच गई. ये कोकीन भी उसी सिंडिकेट की है जिसे 5600 करोड़ की कोकीन के साथ पकड़ा गया था. अब तक कुल 762 किलो कोकीन बरामद की जा चुकी है. इसे कोकीन की देश में ये सबसे बड़ी बरामदगी बताया जा रहा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ड्रग्स के इस सिंडिकेट में जो सातवीं गिरफ्तारी अखलाक नाम के अहम सप्लायर की हुई है वो यूपी के हापुड़ के रहने वाला है. स्पेशल सेल की टीमों ने अखलाक और पकड़े गए सिंडिकेट के दूसरे सप्लायरों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की थी जिसके बाद रमेश नगर इलाके में सर्चिंग और रेड की गई. अखलाक ने स्पेशल सेल की पूछताछ में कई राज उगले हैं जिसमें ये नई बरामदगी भी शामिल है जो देश के सबसे बड़े ड्रग्स सिंडिकेट की पूरी हिस्ट्री को बयां कर रहे हैं.
अखलाक इस सिंडिकेट का सबसे महत्वपूर्ण शख्स है, जिसे दिल्ली में आने वाली हर ड्रग्स की जानकारी रहती थी और वह अपनी निगरानी में ही उसे दिल्ली से बाहर दूसरे राज्य में भेजता था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गोयल भारत में सक्रिय सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है। पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि चारों आरोपी दिल्ली और अन्य महानगरों में संगीत समारोहों, रेव पार्टियों और पॉश इलाकों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बेचने की योजना बना रहे थे।