सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 05 अक्तूबरः
देशभर के करोड़ों किसानों को आज पीएम नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त जारी की। इस दौरान सरकार ने देश के 9.4 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 20 हजार करोड़ रुपये की धनराशि ट्रांसफर की है। 9.4 करोड़ से अधिक छोटे किसानों ने 18वीं किस्त का लाभ उठाया है। यानी उनके खातों में 18वीं किस्त के 2000-2000 रुपये की राशि पहुंच गई है। इसी बीच ऐसे भी कुछ खबर सामने आई है कि कुछ किसानों के खातों में पैसा नहीं आया है। ऐसे में सरकार ने ऐसे किसानों के लिए संपर्क करने के लिए नंबर जारी किए है।
जिन किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि नहीं मिले वे इससे जुड़ी जानकारी के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 011-23381092 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा वे आधिकारिक ईमेल आईडी pm kisan -ict@gov.in पर भी संपर्क कर सकते हैं। यहां से परेशान आपको अपनी समस्या का आसानी से समाधान मिल जाएगा। इसके अलावा जिन पात्र किसानों ने अपना बैंक अकाउंट आधार से लिंक नहीं कराया है तो आपको पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा। वहीं जिन किसानों ने अपने बैंक खाते की केवाईसी नहीं कराई है तो आपके खाते में पीएम सम्मान निधि के पैसा नहीं आएंगा। बैंक अकाउंट केवाईसी और बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करने पर अगली किस्त आपके खाते में जरूर आएगी।
किसान इस तरह से कर सकते है ई- केवाईसी
इसके लिए सबसे पहले पात्र किसान को पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। वहां होम पेज पर Farmers Corner सेक्शन में जाकर ई-केवाईसी का ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा। यहां e-KYC पेज पर जाकर अपना 12 अंक का आधार नंबर डालना होगा। फिर सर्च ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद किसान को अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। जैसे ही नंबर डालेंगे इसके बाद आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी दर्ज करने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद संबंधित किसान के मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा कि आपकी ई- केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
दरअसल,पीएम किसान निधि योजना किसानों के लिए एक लाभकारी योजना है। इस योजना का उद्देश्य जरूरतमंद और गरीब किसान को आर्थिक लाभ पहुंचाना है, ताकि उसे खेती-किसानी में कोई परेशानी न आए। इस योजना के लिए पात्र किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। किसानों को यह राशि हर चार महीने में 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है।