चंडीगढ़, 19 अप्रैल – सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने "एक राष्ट्र-एक चुनाव" के संकल्प को जनांदोलन का रूप दिया है, और हमें मिलकर इस उद्देश्य को पूरा करने में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। इस कदम से देश में चुनावों के बार-बार होने से उत्पन्न होने वाले आर्थिक, सामाजिक, और राजनीतिक बोझ को कम किया जा सकता है। उन्होंने राजकीय महिला महाविद्यालय, गोहाना में आयोजित 44वें वार्षिकोत्सव व पुरस्कार वितरण समारोह में यह बात कही। मंत्री ने सदन में मौजूद प्राध्यापकों और छात्राओं से इस विचार को समर्थन देने की अपील की, और उन्होंने भी उत्साहपूर्वक इसका समर्थन किया।
बेटियों को आगे बढ़ाने में प्रधानमंत्री का ऐतिहासिक कदम
इस अवसर पर डॉ. रीटा शर्मा, डॉ. अरविंद शर्मा की धर्मपत्नी भी उनके साथ मौजूद रही। मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटियों के सशक्तिकरण के लिए किए गए ऐतिहासिक कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में बेटियों के लिए कई योजनाएं लागू कीं, जैसे कि उनके पोषण, उच्च शिक्षा और रोजगार/स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मंवा रही हैं। उन्होंने महाविद्यालय की छात्राओं को उनके शैक्षिक, सांस्कृतिक, खेलकूद और अन्य गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन पर बधाई दी।
"एक राष्ट्र-एक चुनाव" की दिशा में कदम
डॉ. अरविंद शर्मा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किला से "एक राष्ट्र-एक चुनाव" की घोषणा की थी, जिससे देश को विकसित भारत बनाने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इस दिशा में पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था, जिसने इस विचार का समर्थन किया। वर्तमान में लोकसभा की संयुक्त संसदीय समिति द्वारा इस विचार पर राजनीतिक दलों और आमजन से सुझाव प्राप्त किए जा रहे हैं, और यह विचार बड़े पैमाने पर समर्थन पा रहा है।
चुनाव प्रक्रिया से विकास में रुकावट
सहकारिता मंत्री ने बताया कि देश में हर साल कहीं न कहीं चुनाव होते हैं, जिसके कारण सरकारी मशीनरी का ध्यान चुनाव प्रक्रिया में चला जाता है, और इससे समान विकास की गति धीमी हो जाती है। इस समय देशभर में "एक राष्ट्र-एक चुनाव" के समर्थन में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, और स्थानीय निकाय प्रतिनिधि प्रस्ताव भेज रहे हैं। उन्होंने युवाओं, खासकर बेटियों से इस मुहिम में अपनी भूमिका बढ़ाने का आह्वान किया, ताकि बार-बार होने वाले चुनावों और आचार संहिता से उनके रोजगार और चयन प्रक्रिया में कोई विघ्न न आए।
एक राष्ट्र-एक चुनाव: अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण
डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि हमें राजनीति से ऊपर उठकर अपने देश की समृद्धि के लिए "एक राष्ट्र-एक चुनाव" का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका, जर्मनी, और इज़राइल जैसे विकसित देशों में पहले से यह प्रक्रिया लागू है और इन देशों को इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
प्रतिभाशाली छात्राओं का सम्मान
समारोह में मंत्री ने महाविद्यालय की प्रतिभाशाली छात्राओं को उनके उपलब्धियों पर सम्मानित किया। इसके बाद, उन्होंने कॉलेज प्रशासन द्वारा डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की मांग को मंजूरी दी और अपने स्वैच्छिक कोष से 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने छात्राओं से यह अपील भी की कि वे लाइब्रेरी का अधिकतम उपयोग करें, ताकि उन्हें योग्यता के आधार पर अवसर मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने गर्मियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए कॉलेज में दो वाटर कूलर प्रदान करने की घोषणा भी की।