नई दिल्ली। उत्तर भारत में मौसम तेजी से बदल रहा है, और कई राज्यों में तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है। दिनभर खिली धूप के कारण तापमान में और तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
दिल्ली में मंगलवार का दिन अब तक का सबसे गर्म दिन साबित हुआ। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि इस वर्ष उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी के दिनों की संख्या लगभग दोगुनी हो सकती है।
पश्चिम और मध्य भारत में सामान्य से अधिक गर्मी का अनुमान
आईएमडी की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय के अनुसार, आमतौर पर गर्मियों में हीटवेव (लू) की अवधि 5-6 दिनों तक सीमित रहती है, लेकिन इस वर्ष पश्चिम और मध्य भारत में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना जताई गई है। उन्होंने बताया कि इस बार हीटवेव की अवधि 10 से 12 दिन तक बढ़ सकती है, जो औसत अवधि से लगभग दोगुनी होगी। हालांकि, यह एक अनुमानित पूर्वानुमान है और इसका यह अर्थ नहीं है कि हर दिन सामान्य से अधिक गर्म होगा।
मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी अधिक दिनों तक रहने की संभावना है, इसलिए लोगों को पहले से सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।
हीटवेव के बढ़ते खतरे, लू से मिलेगी परेशानी
काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (CEEW) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में लू के दिनों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के आधार पर CEEW के विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि बारिश की स्थिति में काफी अस्थिरता देखी जा रही है, जिससे मानसून में देरी हो सकती है। इस कारण लू का प्रभाव अधिक रहेगा, और कई क्षेत्रों में हीट आइलैंड (तापीय द्वीप) प्रभाव भी बढ़ सकता है। यहां तक कि लू का पूरा सीजन पहले से लंबा हो सकता है।