तुर्की में राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की इस्लामिक राजनीति की पकड़ धीरे-धीरे कमजोर होती दिख रही है। इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की बढ़ती लोकप्रियता एर्दोगन के लिए एक बड़ी राजनीतिक चुनौती बन गई है। हाल ही में इमामोग्लू की गिरफ्तारी को लेकर तुर्की में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिससे यह साफ हो गया कि जनता के एक बड़े वर्ग का समर्थन उनके साथ है।
इमामोग्लू की लोकप्रियता से क्यों डरते हैं एर्दोगन?
इमामोग्लू, जो विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) से जुड़े हैं, 2019 में इस्तांबुल के मेयर चुने गए थे। यह जीत एर्दोगन के लिए एक बड़ा झटका थी, क्योंकि इस्तांबुल पर लंबे समय से उनकी पार्टी का कब्जा था। एर्दोगन खुद भी राजनीति में अपने शुरुआती दिनों में इसी शहर के मेयर रह चुके हैं। ऐसे में इमामोग्लू की जीत ने उनकी सत्ता को सीधी चुनौती दी।
विश्लेषकों का मानना है कि एर्दोगन इमामोग्लू को संभावित राष्ट्रपति पद के दावेदार के रूप में देखते हैं, जो 2028 के चुनावों में उनके लिए खतरा बन सकते हैं। यही वजह है कि इमामोग्लू को कानूनी मामलों में घेरने की कोशिश की जा रही है।
गिरफ्तारी के पीछे की राजनीति
इमामोग्लू को पहले भी चुनावी अनियमितताओं और "सरकार विरोधी बयानबाजी" के आरोपों में फंसाने की कोशिश की गई थी। उनकी गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर एर्दोगन सरकार द्वारा कार्रवाई की गई है, लेकिन इस बार जनता में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है।
क्या एर्दोगन की इस्लामिक राजनीति का प्रभाव कम हो रहा है?
हाल के वर्षों में तुर्की में आर्थिक संकट, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के कारण एर्दोगन की नीतियों पर सवाल उठने लगे हैं। उनका इस्लामिक एजेंडा अब पहले जैसा प्रभावी नहीं रहा, और युवा वर्ग अधिक उदार और लोकतांत्रिक नेतृत्व की ओर देख रहा है। इमामोग्लू की लोकप्रियता इसी बदलाव का संकेत देती है।
तुर्की की राजनीति में नया मोड़?
अगर इमामोग्लू पर कानूनी शिकंजा कसा जाता है, तो यह विपक्ष के लिए और अधिक एकजुट होने का मौका बन सकता है। जनता में बढ़ता असंतोष और एर्दोगन की सत्तावादी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत हैं कि तुर्की की राजनीति में बड़े बदलाव की संभावना है। आने वाले चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इमामोग्लू एर्दोगन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरते हैं या नहीं।