नई दिल्ली। जैसे-जैसे मार्च समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में अब भी बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल रही हैं, लेकिन 30 मार्च के बाद से मौसम पूरी तरह शुष्क हो जाएगा।
मौसम विभाग ने भीषण गर्मी को लेकर अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ी इलाकों में कुछ दिनों तक बारिश हो सकती है, लेकिन मैदानी क्षेत्रों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में, तापमान तेजी से बढ़ेगा और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
कहीं बारिश, कहीं ओलावृष्टि
बीते 24 घंटों में आंध्र प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई। वहीं, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और तेलंगाना में ओले गिरने की घटनाएं सामने आईं। इसके अलावा, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में तेज हवाएं भी चलीं।
गुजरात के सुरेंद्रनगर में देश का सबसे अधिक तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 24 मार्च को प्रायद्वीपीय भारत के कई इलाकों में गरज के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी देखने को मिलीं।
सक्रिय हैं दो पश्चिमी विक्षोभ
फिलहाल, दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं। पहला झारखंड और बिहार के ऊपर बना हुआ है, जबकि दूसरा कतर के पास प्रभावी है। इनकी वजह से 27 मार्च तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में फिर से बारिश हो सकती है।
प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में 25 मार्च को 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके अलावा, 26 और 27 मार्च को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में तथा 28 मार्च को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
गर्मी का बढ़ेगा असर
उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों के दौरान तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश में गर्मी अधिक प्रभावी रहने वाली है, जहां अगले चार दिनों में तापमान 4 से 6 डिग्री तक बढ़ सकता है।
भीषण गर्मी से बचने के लिए सावधानी बरतें और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।