सिटी दर्पण
मुंबई, 28 नवंबरः
महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस अब जल्दी ही खत्म होने की संभावना है. महाराष्ट्र में सरकार गठन प्रक्रिया को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे के साथ बैठक की. फिर इसके बाद दोनों नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी चीफ अजित पवार से मुलाकात की.
अमित शाह के आवास पर हुई इस मुलाकात के दो तस्वीरें भी सामने आई हैं. इसमें से एक तस्वीर में अमित शाह के साथ देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे मौजूद हैं. वहीं दूसरी तस्वीर में अमित शाह के और जेपी नड्डा के साथ अजित पवार, एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और प्रफुल्ल पटेल खड़े हैं. इसमें जहां फडणवीस, पवार और पटेल खुश दिख रहे हैं तो वहीं शिंदे के चेहरा थोड़ा उड़ास दिख रहा है.
मुंबई से दिल्ली पहुंचते ही एकनाथ शिंदे सीधे कृष्ण मेनन मार्ग स्थित अमित शाह के आवास पर पहुंचे, जहां बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले से मौजूद थे. दिल्ली पहुंचने के बाद एकनाथ शिंदे ने दोहराया कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार के सीएम को अंतिम रूप देने में कोई बाधा नहीं आएगी. अमित शाह के साथ अहम बैठक से पहले उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है कि महायुति के मुख्यमंत्री को लेकर कोई बाधा नहीं है. यह ‘लाडला भाई’ दिल्ली आ चुका है और ‘लाडला भाई’ मेरे लिए किसी भी अन्य पद से बड़ा है.’
एकनाथ शिंदे ने रखी ये 4 डिमांड
उधर सूत्रों के मुताबिक,अमित शाह के आवास पर एकनाथ शिंदे के साथ करीब 20 मिनट तक बातचीत चली. सूत्रों से मिली जानकारी के हवाले से बताया कि शिवसेना ने अमित शाह के सामने 4 प्रस्ताव रखे हैं.
- प्रस्ताव 1: अगर मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा तो शिवसेना के पास पहले वाले मंत्रालय होने चाहिए.
- प्रस्ताव 2: अगर मुख्यमंत्री शिवसेना का नहीं होगा तो शिवसेना को उनके कोटे से 5 ज़्यादा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए जाएं.
- प्रस्ताव 3: अगर शिवसेना की तरफ से उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बनेंगे तो उन्हें गृह मंत्रालय या वित्त मंत्रालय दिया जाए.
- प्रस्ताव 4: अगर शिवसेना की तरफ से कोई और उपमुख्यमंत्री बनता है और BJP गृह और वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहती, तो शिवसेना को 4 से 5 मंत्रालय और दिए जाएं.
बीजेपी इन्हें बना सकती है मंत्री
खबर है कि 2 दिसबंर को नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. इस दौरान कुछ प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी. माना जा रहा है कि इन नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
गिरीश महाजन : भाजपा के संकटमोचक, उत्तर महाराष्ट्र में पार्टी को मजबूत किया.
रवींद्र चव्हाण : कोकण क्षेत्र में पार्टी का जनाधार बढ़ाने में अहम भूमिका.
मंगलप्रभात लोढ़ा : मुंबई चुनाव के मद्देनजर गुजराती और जैन समुदाय का प्रभाव.
चंद्रशेखर बावनकुले : प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर प्रभावी प्रदर्शन.
आशिष शेलार : पार्टी की रणनीतियों को आक्रामकता से लागू करने में माहिर.
पंकजा मुंडे : ओबीसी और मराठवाड़ा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व.
गोपीचंद पडालकर : धनगर समुदाय के प्रभावशाली नेता.
आशीष शेलार : कटेंगे तो लड़ेंगे, एक है तो सुरक्षित है को लेकर नीति लागू की.
गणेश नाइक : नवी मुंबई के किले का बचाया.
नितेश राणे : बीजेपी के लिए हिंदुत्व का चेहरा.
शिवेंद्र सिंह राजे भोसले : पश्चिमी महाराष्ट्र में बीजेपी को बढ़ाने का श्रेय.
राहुल कुल : एनसीपी में गढ़ में सेंध लगाने वाले विधायक.
माधुरी मिसाल : नगर निगम चुनाव को देखते हुए मंत्री पद दिए की संभावना.