सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 10 नवंबरः अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वह रूस-यूक्रेन का युद्ध खत्म करवाएंगे। अब जबकि जनवरी 2025 में उनका राष्ट्रपति बनना तय हो गया है, तब उन्होंने पद संभालने से पहले ही युद्ध रुकवाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
चुनाव परिणाम आने के बाद महज चार दिनों के भीतर यूक्रेन युद्ध रुकवाने की ट्रंप की योजना का संभावित खाका सामने आया है। इसमें दोनों देशों की सेनाओं के बीच 800 मील का बफर जोन बनाने की बात कही गई है। इस बफर जोन में ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देशों के सैनिकों की तैनाती होगी।
20 साल तक नाटों में शामिल नहीं हो सकेगा यूक्रेन
यूक्रेन को 20 वर्षों के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने की इच्छा छोड़नी होगी, लेकिन ट्रंप की योजना में रूस के कब्जे में गई यूक्रेन की करीब 20 प्रतिशत भूमि का कोई जिक्र नहीं है। करीब 33 महीनों से जारी युद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन के सबसे बड़े मददगार रहे हैं, लेकिन ट्रंप ने प्रचार के दौरान युद्ध खत्म कराने की अपनी इच्छा जता दी थी, विश्व में शांति की वकालत की थी।
उन्होंने कहा था कि डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस जीतीं तो तीसरा विश्वयुद्ध हो सकता है। द टेलीग्राफ और वाल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के लिए ट्रंप ने चर्चा शुरू कर दी है। रूस और यूक्रेन की सेनाओं की तैनाती के बीच बफर जोन बनाने की ट्रंप की योजना के अतिरिक्त यूक्रेन को आगामी 20 वर्षों तक नाटो में शामिल नहीं किया जाएगा, लेकिन इस दौरान अमेरिका उसे हथियारों की आपूर्ति जारी रखेगा और उसकी सेना के प्रशिक्षण में मदद देगा, जिससे यूक्रेन खुद ही मजबूत हो सके।
अमेरिका नहीं भेजेगा सैनिक
ट्रंप के नजदीकी लोगों के मुताबिक जो योजना तैयार हुई है, उसमें 800 मील के बफर जोन में तैनाती और गश्त के लिए अमेरिका अपना कोई सैनिक नहीं भेजेगा, न ही वहां की गतिविधियों के लिए कोई आर्थिक सहायता देगा। वहां पर ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देशों को अपने सैनिक तैनात करने होंगे, जबकि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी को बफर जोन की आर्थिक जिम्मेदारियां संभालनी होंगी।
विदित हो कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ट्रंप को जीत की बधाई देने वाले पहले विदेशी नेता थे। उन्होंने ट्रंप सरकार के साथ मिलकर कार्य करने की इच्छा जताई है, जबकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परिणाम आने के दो दिन बाद ट्रंप को बधाई दी। युद्ध के विषय में ट्रंप के बयानों पर रूस ने संतुलित टिप्पणी की है।