सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 11 नवंबर:
सोमवार (11 नवंबर) को हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर जबरदस्त हमला किया. उसने 165 से ज्यादा रॉकेटों को तेजी से दागा, जिसमें एक बच्चे सहित सात लोग घायल हो गए. वहीं इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने लेबनान के साथ युद्ध विराम बातचीत में “निश्चित प्रगति” का संकेत दिया.
सबसे गंभीर हमलों में से एक में, उत्तरी अरब शहर बिइना में छर्रे लगने से 27 साल की महिला को मामूली चोटें आईं, जबकि 35 साल के पुरुष और एक साल की बच्ची की हालत ठीक है. टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, पैरामेडिक्स ने पुष्टि की कि तीनों को नहरिया के गैलिली मेडिकल सेंटर ले जाया गया.
हिजबुल्लाह ने ली हमले की जिम्मेदारी
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बताया कि गैलिली पर लगभग 50 रॉकेट दागे गए, जिनमें से कुछ को वायु रक्षा प्रणालियों से रोक दिया गया. हालांकि, कई रॉकेट कारमील क्षेत्र और आसपास के शहरों को निशाना बनाने में सफल रहे. हिजबुल्लाह ने जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने "कारमील बस्ती में पैराट्रूपर्स ब्रिगेड के लिए एक प्रशिक्षण बेस" को निशाना बनाया था.
इसके कुछ ही समय बाद, आईडीएफ ने मलकिया के उत्तरी किबुत्ज के ऊपर लेबनान से लॉन्च किए गए एक ड्रोन को रोके जाने की घोषणा की. इससे पहले दिन में, लेबनान से आया एक और ड्रोन पश्चिमी गैलिली के लिमन शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे झाड़ियों में आग लग गई.
इजरायल का दावा- ज्यादातर रॉकटों को रोक दिया गया
हाइफा पर अब तक हुए हमलों में ये सबसे बड़े हमलों में से था, जिसमें हिज़्बुल्लाह ने लगातार दो हमलों में लगभग 90 रॉकेट दागे. 80 रॉकेटों को पहले हमलों के दौरान, आईडीएफ ने कहा कि अधिकांश को रोक दिया गया था, लेकिन कई ने आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाया. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 रॉकेटों की दूसरी लहर को या तो रोक दिया गया या खुले क्षेत्रों में गिरा दिया गया.