सिटी दर्पण
रियाद, 12 नवंबर: सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने गाजा में इजरायल की कार्रवाई की तीखी आलोचना की है। सऊदी अरब के वास्तविक शासक कहे जाने वाले एमबीएस ने इसे नरसंहार बताया है। गाजा पर इजरायली हमले के बाद से यह किसी सऊदी अधिकारी की तरफ से की गई इजरायल की सबसे कठोर आलोचना है। सोमवार को मुस्लिम और अरब नेताओं की एक बैठक में बोलते हुए क्राउन प्रिंस ने लेबनान और ईरान पर इजरायल के हमलों की भी आलोचना की।
ईरान पर हमला न करने की चेतावनी
अरब इस्लामिक सम्मेलन में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, 'सऊदी अरब भाई समान फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ किए गए इजरायल के नरसंहार की निंदा करता है और इसे स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है।' इस दौरान उन्होंने कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे तेहरान के साथ संबंधों में सुधार का संकेत दिया और इजरायल को ईरानी धरती पर हमला न करने की चेतावनी दी।
एमबीएस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल को ईरान पर हमला करने से रोकने और ईरान की संप्रभुता का सम्मान करने की अपील की। सऊदी नेता ने पश्चिमी तट और गाजा से इजरायल की पूरी वापसी की मांग की। इस दौरान सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने गाजा में युद्ध न रोक पाने को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की विफलता बताया और इजरायल पर इस क्षेत्र में भुखमरी पैदा करने का आरोप लगाया।
इजरायल के खिलाफ सख्त क्राउन प्रिंस
इजरायल को लेकर सऊदी क्राउन प्रिंस ने पिछले कुछ समय से सख्त रुख अपनाया है। इसके पहले सितम्बर में एमबीएस ने कहा था कि जब तक फिलिस्तीन राज्य नहीं बन जाता, तब तक सऊदी किंगडम इजरायल को मान्यता नहीं देगा। उनके बयान को अमेरिकी कोशिशों के लिए झटके के रूप में देखा गया था, जिसमें इजरायल के सऊदी अरब के साथ संबंध बहाल करने की उम्मीद की जा रही थी। इसके पहले डोनाल्ड ट्रंप की पहल के चलते संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने इजरायल से रिश्ते स्थापित किए थे। बाद में मोरक्को भी इस लिस्ट में शामिल हो गया था।