उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ-2025 के स्वच्छताकर्मियों को सम्मानित करते हुए कहा कि किसी भी आयोजन की सफलता सामूहिक प्रयासों पर निर्भर करती है। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ-2025 का भव्य और दिव्य स्वरूप इन कर्मठ स्वच्छताकर्मियों के अथक प्रयासों का परिणाम है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वच्छताकर्मियों पर पुष्पवर्षा कर उनका सम्मान किया।
महाकुंभ-2025: आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर
महाकुंभ-2025 न केवल भारत बल्कि विश्वभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करने वाला आयोजन रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपरा की हजारों वर्षों की विरासत का प्रतीक है। इस महाकुंभ ने देश-विदेश से आए करोड़ों श्रद्धालुओं को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया, जिसमें स्वच्छता और सुचारू प्रबंधन प्रमुख कारक रहे।
स्वच्छता और संतुष्टि का पैमाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत’ और ‘नमामि गंगे’ अभियानों के अनुरूप महाकुंभ की स्वच्छता सुनिश्चित की गई। श्रद्धालुओं को स्वच्छता और सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं के माध्यम से आत्मिक संतोष प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान कार्यरत कर्मचारियों को अच्छे व्यवहार और सेवा भावना के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन
महाकुंभ-2025 मानवता का अब तक का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और धार्मिक समागम रहा, जो कुशल भीड़ प्रबंधन का एक उत्कृष्ट उदाहरण बना। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन ने आस्था और आजीविका के बीच एक संतुलन स्थापित किया, जिससे कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया।
नदी संस्कृति का पुनर्जागरण
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘नमामि गंगे’ अभियान के माध्यम से भारत की नदी संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए गए। मुख्यमंत्री ने 27 फरवरी को प्रयागराज में गंगा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए स्वच्छता अभियान में सहभागिता निभाई। इस दौरान सफाईकर्मियों के प्रति सम्मान प्रकट किया गया और उनके लिए प्रोत्साहन योजनाओं की घोषणा भी की गई।
समाज में योगदान का महत्व
मुख्यमंत्री ने स्वच्छताकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक निभाने वाले व्यक्ति को समाज हर परिस्थिति में सहयोग देता है। उन्होंने कर्म की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि व्यक्ति की सोच उसे विशेष बनाती है। स्वच्छता कार्य को ईश्वरीय सेवा मानते हुए इसे पूरे समर्पण के साथ करना ही सच्ची आराधना है।
प्रयागराज का विकास और नई पहल
महाकुंभ के आयोजन के दौरान प्रयागराज के विकास को भी नई दिशा मिली। शहर में 14 नए फ्लाईओवर, 9 अंडरपास और 200 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण किया गया। साथ ही, कई प्रमुख धार्मिक स्थलों को कॉरिडोर के माध्यम से विकसित किया गया, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधाजनक अनुभव प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, भारत समाचार के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्रा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर, और भारत समाचार के सीईओ वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।