आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने टीडीपी की ऐतिहासिक जीत में प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव प्रचार के योगदान को रेखांकित भी किया था। मगर दिल्ली का चुनाव अलग है। यहां भाजपा चुनावी मैदान में है और जदयू और लोजपा को कुछ सीटें मिल सकती है।
राजग की एकजुटता का जाएगा संदेश
राजग के बाकी सहयोगी दलों का कोई भी उम्मीदवार शायद दिल्ली के मैदान में होगा। मगर इसके बावजूद भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में राजग के नेता प्रचार करेंगे। इससे जनता के बीच राजग की एकजुटता का संदेश भी जाएगा।
तो इस वजह से बनाई गई यह रणनीति
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश की राजधानी होने के कारण सभी राज्यों के लोग बड़ी संख्या में दिल्ली में रहते हैं। अलग-अलग राज्यों के लोग अलग-अलग सीटों पर हार-जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसे देखते हुए ही शीर्ष नेतृत्व ने सभी राजग नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारने का मन बनाया है।
भाजपा तय करेगी कार्यक्रम
राजग नेताओं के चुनाव प्रचार का पूरा कार्यक्रम भाजपा की ओर से तय किया जाएगी। उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में रैलियों या रोडशो का आयोजन किया जाएगा।