सिटी दर्पण
मास्को, 23 नवंबर: रूस के यूक्रेन पर अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक दागने के बाद से पूरे नाटो देशों में दहशत का माहौल है। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक नाटो देश घबराए हुए हैं और इस महासंकट से निपटने के लिए आपात बैठक बुलाई है। रूस की यह मिसाइल मात्र कुछ ही मिनट में यूक्रेन के दनिप्रो शहर पहुंच गई और उसने यूक्रेन सैन्य ठिकाने को तबाह कर दिया। यूक्रेन की सेना पश्चिमी देशों के दिए एयर डिफेंस सिस्टम के बाद भी इस हमले को रोकने में नाकाम रही। गुरुवार को दागी गई रूस की इस मिसाइल के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं। इस बीच ब्रिटेन समेत नाटो देशों ने रूसी हमले पर चर्चा करने के लिए आपात बैठक बुलाई है। रूस की इस मिसाइल से परमाणु हमला भी किया जा सकता है।
नाटो की यह बैठक ऐसे समय पर होने जा रही है जब पुतिन ने ऐलान किया है कि वह आने वाले दिनों में यूक्रेन पर और ज्यादा हाइपरसोनिक मिसाइलों की बारिश करने जा रहे हैं। इससे पहले यूक्रेन की सेना ने अमेरिका और ब्रिटेन के मंजूरी देने के बाद लंबी दूरी की मिसाइलों की मदद से रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला बोला था। इसके जवाब में रूस ने पहली बार अपनी इस नई हाइपरसोनिक मिसाइल से सफल हमला करके नाटो देशों को कड़ा संदेश भेजा है। इस मिसाइल के वीडियो में नजर आ रहा है कि उसके वारहेड दनिप्रो शहर पर गिर रहे हैं।
पुतिन की मिसाइल के खौफ में नाटो देश
यूक्रेन का कहना है कि रूस के पास 10 से ज्यादा की तादाद में यह मिसाइल है। पुतिन ने इस मिसाइल की सफलता देखते हुए दर्जनों की तादाद में इसे और बनाने का ऐलान किया है। स्काई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक अगले मंगलवार को नाटो देशों की यह बैठक होने जा रही है। इस बैठक में नाटो देश रूस की इस मिसाइल से पैदा हुए खतरे और यूक्रेनी सेना के हार के डर पर चर्चा करेंगे। उधर पुतिन ने कहा कि हम इस मिसाइल के टेस्ट को जारी रखेंगे और इसका जखीरा इस्तेमाल के लिए बनकर तैयार है। पुतिन के इस ऐलान के बाद कई विश्लेषकों को डर सता रहा है कि यह लड़ाई कहीं तीसरे विश्वयुद्ध में नहीं तब्दील हो जाए।
रूस के इस पलटवार के बाद यूक्रेन के लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों से हमले का दांव उल्टा पड़ गया है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि रूस इस मिसाइल में परंपरागत विस्फोटक के अलावा परमाणु बम भी फिट कर सकता है। इस बीच नाटो टक्कर देने के लिए रूस और उसके दोस्त बेलारूस ने बड़ा ऐलान किया है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस और बेलारूस इंसाफ को बनाए रखने और विभिन्न प्रकार के अवैध पश्चिमी प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने यह बात बेलारूसी शहर ब्रेस्ट में एक प्रेस कॉन्प्रेंस में कही।
पश्चिमी देशों पर बरसे रूस के विदेश मंत्री
लावरोव और बेलारूसी विदेश मंत्री मैक्सिम रायजेनकोव ने दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों की एक बैठक में भाग लिया। इस दौरान दोनों पक्षों ने बेलारूस और रूस के खिलाफ एकतरफा दबावपूर्ण नीतियों और प्रतिबंधों को लेकर ज्वाइंट एक्शन प्लान तैयार किया। दोनों ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक प्रक्रियाओं पर एक समान विचार व्यक्त किए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लावरोव ने कहा कि पश्चिम ने अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन किया है। वहीं विश्व व्यापार संगठन, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक के सभी नियमों और वैश्वीकरण की अवधारणा की भी धज्जियां उड़ा दी हैं।