सिटी दर्पण
मुंबई, 23 नवंबर:
Jio, Airtel, Vodafone Idea को रीचार्ज प्लान महंगा करना भारी पड़ गया है. तीनों निजी कंपनियों को कुल मिलाकर 1 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स का नुकसान हो गया है. वहीं, सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL के यूजर्स की संख्या बढ़ गई है. निजी टेलीकॉम कंपनियों- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) ने सितंबर में कुल मिलाकर एक करोड़ से अधिक मोबाइल ग्राहक खो दिये, जबकि सरकारी स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने सबको आश्चर्यचकित करते हुए इस दौरान लगभग 8.5 लाख मोबाइल यूजर्स जोड़े हैं. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी मासिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
जियो, एयरटेल और वोडा ने कितने ग्राहक खो दिये?
रिलायंस जियो ने पिछले महीने की तुलना में सितंबर में 79.69 लाख मोबाइल ग्राहक खो दिये, भारती एयरटेल ने 14.34 लाख ग्राहक और वोडाफोन आइडिया ने 15.53 लाख ग्राहक खोये. बीएसएनएल के वायरलेस ग्राहकों की संख्या सितंबर में मासिक आधार पर 8.49 लाख बढ़ गई. सितंबर में रिलायंस जियो के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 46.37 करोड़, भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या 38.34 करोड़, तो वोडाफोन आइडिया के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 21.24 करोड़ दर्ज की गई. इस दौरान बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या 9.18 करोड़ हो गई.
जुलाई में 27 प्रतिशत तक बढ़े थे टैरिफ
आपको याद होगा कि जुलाई में तीनों निजी कंपनियों ने मोबाइल दरों में 10-27 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी. हालांकि, बीएसएनएल ने अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों के नक्शेकदम पर चलने से परहेज किया. इसके चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) रॉबर्ट रवि ने हाल ही में निकट भविष्य में शुल्क में वृद्धि से इनकार किया. रवि ने अक्टूबर में संवाददाताओं से कहा, हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि हम निकट भविष्य में अपने शुल्क (टैरिफ) में वृद्धि नहीं करने जा रहे हैं.
बीएसएनएल की तकनीक से जुड़ी पहल
दरअसल, बीएसएनएल सक्रिय रूप से ग्राहकों को लुभाने और बाजार हिस्सेदारी वापस पाने की कोशिश कर रही है. कंपनी ने हाल ही में स्पैम ब्लॉकर्स से लेकर स्वचालित सिम कियोस्क और डायरेक्ट-टू-डिवाइस सेवाओं तक कई नयी पेशकश और पहल शुरू की हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्राई के ग्राहक आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा को छोड़कर बाकी सभी सर्विस क्षेत्रों में सितंबर, 2024 के दौरान वायरलेस ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई.