1. यूक्रेन की ओर से दो दिन पहले अमेरिकी एटीएसीएएमएस मिसाइल और उसके बाद ब्रिटेन की लंबी दूरी की स्टार्म शैडो मिसाइल रूस पर दागने के जवाब में रूस ने ये कड़ा कदम उठाया। वैसे अमेरिका द्वारा यूक्रेन को एंटीपर्सनल लैंड माइन का इस्तेमाल करने की अनुमति देने ने भी इसमें आग में घी का काम किया है।
2. आईसीबीएम का इस्तेमाल करने के साथ ही रूस ने पश्चिमी देशों को बड़ा संदेश दिया कि वह बड़े कदम उठाने से चूकेगा नहीं। यही नहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पौलेंड स्थित अमेरिकी एयरबेस को तहस-नहस करने की धमकी भी दी है।3. यूक्रेन के आधिकारिक बयान के उलट एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेनी शहर निप्रो पर मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी, न कि एक आईसीबीएम।
4. यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेनी शहर निप्रो पर हमले के दौरान एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इसे कैस्पियन सागर की सीमा पर स्थित रूस के आस्त्रखान क्षेत्र से प्रक्षेपित किया गया। इसके अलाव आठ अन्य मिसाइलें भी दागी गईं।
5. रूस ने निप्रो शहर के मध्य पूर्व क्षेत्र में मौजूद उद्यमों और महत्वपूर्ण ढांचों को निशाना बनाया। इसके बाद कई जगह आग लग गई। कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणालियों ने इस हमले के दौरान छह केएच-101 क्रूज मिसाइलों को नष्ट किया।
6. रूस ने आईसीबीएम मिसाइल से हमले करने के यूक्रेन के आरोपों पर चुप्पी साध ली। यह पूछे जाने पर कि क्या मास्को ने मिसाइल दागी है? इस पर रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि उन्हें इस विषय पर कुछ नहीं कहना है।
7. अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को परमाणु हथियार को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। रूस ने यूक्रेन के निप्रो शहर पर जो आईसीबीएम दागी, वह आरएस-26 रुबेज थी।
8. आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के अनुसार, ठोस ईंधन वाली आरएस-26 की मारक क्षमता 5800 किलोमीटर है। हालांकि, कुछ आईसीबीएम की रेंज नौ हजार किलोमीटर से भी अधिक होती है। आईसीबीएम को साइलो या मोबाइल वाहनों से लांच किया जाता है। ठोस ईंधन वाली आईसीबीएम को अधिक खतरनाक माना जाता है।
9. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से अमेरिकी मिसाइलों के इस्तेमाल का ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद यूक्रेन और हमलावर हो चुका है और रूस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इसी के चलते रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने देश के नए परमाणु सिद्धांत को भी मंजूरी दे दी है।
10. अब किसी परमाणु महाशक्ति या नाटो देश के समर्थन से रूस या उसके मित्र देश बेलारूस पर बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइलों, विमानों और ड्रोनों से किए हमलों का जवाब रूस परमाणु हमले से दे सकता है।
यूक्रेन का 4.7 अरब डॉलर का कर्ज माफ
बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को दिए लगभग 4.7 अरब डॉलर के अमेरिकी कर्ज को माफ करने का फैसला किया है। बाइडन ने अधिकारियों को 20 जनवरी को पद छोड़ने से पहले यूक्रेन को यथासंभव सहायता पहुंचाने का आदेश दिया है। यह आदेश इस चिंता के बीच दिया गया है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद यूक्रेन को अमेरिकी समर्थन को सीमित कर सकते हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि हमने उन ऋणों को रद करने के लिए जरूरी कदम उठाया है।