सिटी दर्पण
पटना, 06 नवंबरः
प्रख्यात लोकगायिका शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बृहस्पतिवार को पटना में किया जाएगा। जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि पार्थिव शरीर बुधवार को विमान से लाया गया। अंतिम संस्कार सुबह 9 बजे होगा। बिहार कोकिला के अंतिम दर्शनों के लिए पटना के राजेंद्र नगर स्थित घर पर दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। इलाज के दौरान दिल्ली एम्स में मंगलवार रात उनका निधन हो गया था।
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर अंतिम श्रद्धांजलि के लिए पटना में उनके राजेंद्र नगर स्थित घर पर रखा गया है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान मंगलवार की रात 9:20 बजे शारदा सिन्हा (72) का निधन हुआ था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार दोपहर श्रद्धांजलि देने के लिए सिन्हा के घर पहुंचे। उन्होंने शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, बिहार कोकिला की आवाज ने बिहार की सांस्कृतिक परंपराओं को न केवल देशभर में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
शारदा सिन्हा का संगीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं था, बल्कि इसमें बिहार के गांवों की सरलता, त्योहारों का उल्लास और पारिवारिक बंधनों की मिठास थी। उनके छठ पूजा के गीत, शादी-ब्याह के गीत और अन्य पारंपरिक गीत बिहार और पूर्वी भारत के लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके थे। उनकी आवाज ने भारतीय लोक संगीत की कई विधाओं को एक नया आयाम दिया और लोकगीतों को मुख्यधारा में स्थान दिलाया।
मैं जल्द ही आऊंगी...पोस्ट वायरल
शारदा सिन्हा ने पति ब्रजभूषण सिन्हा के निधन के बाद एक भावुक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि मैं भी जल्द ही आऊंगी। उनके पति का निधन इसी साल 17 सितंबर को हुआ था। पोस्ट में शारदा सिन्हा ने अपने पति के साथ बिताए हुए पल याद किए थे। लिखा था, ‘मेरे जन्मदिन पर जब घर पर सभी गहरी नींद में सो जाते थे, तब सिन्हा साहब चुपचाप उठकर मेरे लिए गुलाब के फूल और नाश्ता लाते थे और मेरे जागने तक इंतजार करते थे। जैसे ही मैं उठती, वो मुझे गुलाब के फूल देते और जन्मदिन की शुभकामनाएं देते।