आज सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ है। आज पति की लम्बी आयु के लिए महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा है जिसका शाम को पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार पारण करेंगी। आज शाम 7 से रात तकरीबन 9 बजे तक देश भर में चंद्रमा दिख जाएगा। दिल्ली में चंद्रदर्शन 8.13 बजे हो सकेंगे।
08:15 AM, 20-OCT-2024
शादी के बाद पहली बार रखने वाली महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत और भी खास होता है। इस दिन महिलाएं दुल्हन की तरह तैयार होकर करवा माता की पूजा करती हैं। व्रत के दौरान कुछ खास नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए। इससे भाग्य में वृद्धि होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने पर किन नियमों का पालन करना चाहिए।
इन नियमों का करें पालन
- यदि आप शादी के बाद पहला करवा चौथ का व्रत रखी रही हैं, तो पूजा में पूरे सोलह श्रृंगार के साथ बैठना चाहिए। इस दिन शादी का जोड़ा पहनना और भी फलदायक होता है। इससे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
- इस दिन व्रत का पारण हमेशा चंद्र दर्शन और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों से पानी पीकर करना चाहिए। इससे उपवास का संपूर्ण फल मिलता है।
- करवा चौथ के भोजन में भूलकर भी लहसुन प्याज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही घर में भी इस दिन प्याज-लहसुन का उपयोग न करें।
- करवा चौथ पर करवा माता की पूजा का विधान है। इस दिन माता की पूजा और करवा चौथ की व्रत कथा अवश्य सुननी चाहिए। इससे शुभ परिणामों की प्राप्ति होती हैं।
- इस दौरान सुहागिन महिलाओं के लिए बायना जरूर निकालें। इसे देते समय उनके पैर छुएं।
- करवा चौथ पति-पत्नी के बीच प्रेम विश्वास का प्रतीक है। इस दिन किसी भी तरह की लड़ाई-झगड़ा न करें। साथ ही किसी को भी अपशब्द न बोलें।
08:40 AM, 20-OCT-2024
ज्योतिषीय गणना के अनुसार करवा चौथ पर अब शश, गजकेसरी योग, समसप्तक, बुधादित्य और महालक्ष्मी जैसे राजयोग रहेंगे।
करवा चौथ पूजन सामग्रीलकड़ी का आसान,देसी घी, पान, सींक, कलश, हल्दी, रोली ,मौली ,मिठाई ,छन्नी ,लोटे में भरने के लिए चावल ,दान की सामग्री ,अक्षत ,चंदन ,फल ,पीली मिट्टी ,फूल ,मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन और करवा चौथ व्रत कथा किताब।
08:15 AM, 20-OCT-2024
करवा चौथ के दिन बन रहे ये शुभ चौघड़िया मुहूर्त
चर -सामान्य: प्रातः 07:49 से प्रातः 09:14
लाभ -उन्नति: प्रातः 09:14 से प्रातः 10:40
अमृत-सर्वोत्तम:प्रातः10:40 से दोपहर 12:05
शुभ -उत्तम: सायं 05:45 से सायं 07:20
अमृत -सर्वोत्तम:सायं 07:20 से रात्रि 08:55
08:01 AM, 20-OCT-2024
करवा चौथ के दिन बन रहे ये शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:43 से प्रातः 05:34
प्रातः सन्ध्या- प्रातः 05:08 से प्रातः 06:24
अभिजित मुहूर्त- प्रातः 11:42 से दोपहर 12:27
विजय मुहूर्त- दोपहर 01:58 से दोपहर 02:44
गोधूलि मुहूर्त- सायं 05:45 से सायं 06:11
सायाह्न सन्ध्या- सायं 05:45 से सायं 07:01
07:31 AM, 20-OCT-2024
करवा चौथ के दिन को और खास बनाने के लिए आप इन संदेशों के माध्यम से जीवनसाथी को करवा चौथ की शुभकमानएं दें सकते हैं। इससे आपके प्यार और रिश्ते में मिठास बढ़ेगी।
करवा चौथ का ये त्योहार,
आए और लाए खुशियां हजार,
यही है हमारी दुआ,
आप हर बार मनाएं यह त्योहार,
सलामत रहें आप और आपका परिवार।
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं
धन्य वह देवी जो पति सुख हेतु करवा चौथ का व्रत पावे
धन्य वह पति जो देवी रूप ऐसी पत्नी पावे,
धन्य वह स्वरूप जो मनुष्यता का दीप जलावे।
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं
चांद की तरह दमके आपका जीवन,
प्यार और खुशियों से भर जाए आपका संसार।
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं
07:24 AM, 20-OCT-2024
आज करवा चौथ पर व्यतीपात योग कृत्तिका नक्षत्र और विष्टि, बव और बालव करण का योग बन रहा है। इस योग में करवा माता की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं।
06:57 AM, 20-OCT-2024
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि आज यानी 20 अक्तूबर को सुबह 6:46 बजे से 21 अक्तूबर की भोर यानी 4:16 बजे तक रहेगी। करवा चौथ पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट लेकर शाम को 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा।
06:50 PM, 19-OCT-2024
पांच शुभ योग में करवा चौथ का व्रत
20 अक्तूबर को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। वैदिक पंचांग के मुताबिक करवा चौथ पर एक साथ कई तरह के शुभ योगों का निर्माण देखने को मिलेगा। करवा चौथ पर चंद्रमा और गुरु का संयोग वृषभ राशि में बनने से गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा। वही इस दिन महालक्ष्मी, शश, समसप्तक और बुधादित्य राजयोग का शुभ संयोग देखने को मिलेगा। चंद्रमा इस दिन रोहिणी नक्षत्र में रहेगा।
06:14 PM, 19-OCT-2024
करवा चौथ पर आटे के दीपक से पूजा करने का महत्वहिंदू धर्म में आटे के दीपक को बेहद शुद्ध और पवित्र माना जाता है। वास्तु के अनुसार आटे के दीपक का इस्तेमाल किसी विशेष तरह की मनोकामना की पूर्ति के लिए किया जाता है। वहीं करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है, इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आटे के दिये से पूजा करना शुभ होता है। माना जाता है कि जिसकी लंबी उम्र की कामना करते हुए आटे का दीपक जलाया जाता है उसे यमराज की पीड़ा नहीं सहनी पड़ती।
05:57 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Vrat Katha: करवा चौथ की कथा
करवा चौथ व्रत की पौराणिक मान्यताएं भी है। जिससे अनुसार पति की लम्बी उम्र के लिए व्रत की परंपरा सतयुग से चली आ रही है। इसकी शुरुआत सावित्री के पतिव्रता धर्म से हुई। जब यम आए तो सावित्री ने अपने पति को ले जाने से रोक दिया और अपनी दृढ़ प्रतिज्ञा से पति को फिर से पा लिया। तब से पति की लम्बी उम्र के लिए व्रत किये जाने लगा। वहीं एक दूसरी पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत में वनवास काल में अर्जुन तपस्या करने नीलगिरि के पर्वत पर चले गए थे तब द्रोपदी ने अर्जुन की रक्षा के लिए भगवान कृष्ण से मदद मांगी। उन्होंने द्रौपदी को वैसा ही उपवास रखने को कहा जैसा माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। द्रौपदी ने ऐसा ही किया और कुछ ही समय के बाद अर्जुन वापस सुरक्षित लौट आए।
05:47 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Moonrise Timing: करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय वैदिक पंचांग की गणना के मुताबिक 20 अक्तूबर को करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय शाम 07 बजकर 53 मिनट पर होगा। देशभर के अलग-अलग शहरों में चांद के निकलने के समय में कुछ बदलाव हो सकता है।
05:30 PM, 19-OCT-2024
मूलांक 05 : इस मूलांक के स्वामी देवता बुध ग्रह की अनुकूलता के लिए हरी साड़ी, हरी चूड़ी एवं पन्ने के आभूषण से श्रृंगार करें, ताकि दांपत्य जीवन में भी हरियाली छाई रहे।
मूलांक 06 : इस मूलांक के स्वामी देवता शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने एवं दांपत्य जीवन में सुख-सौभाग्य की वृद्धि के लिए हीरे से बने आभूषण से अपना श्रृंगार करें और गाय को चारा खिलाएं।
मूलांक 07 : इस मूलांक के स्वामी देवता, छाया ग्रह केतु की प्रसन्नता के लिए शादी में पहना हुआ लहंगा धारण करें और पति की दीर्घायु के लिए शिव मंदिर में ध्वजा लगवाएं।
मूलांक 08 : इस मूलांक के स्वामी देवता शनि ग्रह की अनुकूलता एवं अपने पति को पराई नजरों से बचाने के लिए करवा चौथ के दिन अपनी आंखों का काजल पति के माथे पर लगाएं।
मूलांक 09 : इस मूलांक के स्वामी देवता मंगल ग्रह की प्रसन्नता के लिए करवा चौथ के दिन लाल रंग का उपयोग करें, चाहे वह परिधान हो या फिर श्रृंगार, ताकि सुख-सौभाग्य निरंतर आपके जीवन में बना रहे।
05:20 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Get Ready According To Moolank: मूलांक के अनुसार करें श्रृंगार
मूलांक 01: इस मूलांक के स्वामी देवता सूर्य के आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना सदा कल्याणकारी रहेगा, साथ ही करवा चौथ के दिन नारंगी रंग की साड़ी अथवा परिधान पहनकर सोलह श्रृंगार करें।
मूलांक 02: इस मूलांक के स्वामी देवता चंद्रमा के आराध्य शिव शंकर की आराधना एवं शिव चालीसा का पाठ करें तो उन्हें पति के साथ सामंजस्य बढ़ाने में अनुकूलता प्राप्त होगी, साथ ही करवा चौथ के दिन मोती अथवा सीप की माला और आभूषण से अपना श्रृंगार करें।
मूलांक 03: इस मूलांक के स्वामी देवता, देवगुरु बृहस्पति से सौभाग्य वृद्धि की कामना के लिए पीली साड़ी पहनकर पति का दीदार करें। जब भी तनाव हो तो पीले वस्त्रों का उपयोग कर दांपत्य जीवन में मधुरता पाई जा सकती है।
मूलांक 04: इस मूलांक के स्वामी देवता, छाया ग्रह राहु की प्रसन्नता के लिए करवा चौथ के दिन अपनी शादी में पहना हुआ परिधान धारण करें।
05:09 PM, 19-OCT-2024
karwa Chauth Mehndi Designs: करवा चौथ मेहंदी डिजाइनइस करवा चौथ आप इस तरह की मेहंदी डिजाइन भी रचा सकती हैं, जो काफी यूनिक और रचने पर सुंदर दिखती है। आप आसानी से इस तरह की डिजाइन हथेलियों पर लगा सकती हैं। हर किसी की नजर आपकी मेहंदी डिजाइन पर जाएगी।
05:00 PM, 19-OCT-2024
karwa Chauth 2024 Mehndi Designs: करवा चौथ मेहंदी डिजाइनसुहागिनों का व्रत और त्योहार सोलह श्रृंगार के बिना अधूरा माना जाता है। सुहागन का जोड़ा पहन स्त्रियां मांग में सिंदूर, बिंदी, महावर और गहने पहनकर तैयार होती हैं। सोलह श्रृंगार में मेहंदी का भी महत्व है। करवा चौथ पर महिलाएं पति के नाम की मेहंदी अपने हाथों में रचाती हैं। यहां दी गई यूनिक मेहंदी डिजाइन आप इस करवा चौथ अपने हाथों पर रचा सकती हैं।
04:43 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Thali Decoration Tips: पूजा की थाली को सजाने के तरीके
- वैसे तो बाजार में डेकोरेट थालियां मिल जाती हैं, लेकिन अगर आप घर पर ही पूजा की थाली को सजाना चाहते हैं तो सबसे पहले एक बड़े आकार की थाली लें, जिसमें सारा सामान सेट किया जा सके।
- थाली पर आप पेंट कलर से फूल, सुंदर कलाकृति या ओम आदि लिखकर भी सजा सकते हैं। इसके अलावा हल्दी को चावल के आटे के घोल में मिलाकर उससे भी थाली पर स्वास्तिक या ओम बना सकते हैं।
- इसके बाद फूलों की पंखुड़ियों से थाली को सजाएं।
- अब करवा चौथ की पूजा के लिए जरूरी सामान को थाली में सेट करें। आप जल के लोटे और थाली में मौजूद सभी बर्तनों पर भी स्वास्तिक बना सकते हैं।
- साथ ही थाली के किनारे पर गोलाई से गोटा पट्टी को भी चिपका सकते हैं ये भी देखने में आकर्षक लगता है।
04:21 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Thali Decoration: पूजा की थाली सजाने के लिए सामग्रीकरवा (मिट्टी या धातु का पात्र)
दीया (तेल या घी का दीपक)
रोली या कुमकुम
पानी का लोटा (अर्घ्य के लिए)
चलनी (चांद देखने के लिए)
अक्षत, चंदन, धूप, फूल, मिठाई, सिंदूर, फल
03:58 PM, 19-OCT-2024
करवा चौथ के मंत्र
- श्रीगणेश का मंत्र - ॐ गणेशाय नमः
- शिव का मंत्र - ॐ नमः शिवाय
- पार्वती जी का मंत्र - ॐ पार्वती पतये नमः
- स्वामी कार्तिकेय का मंत्र - ॐ षण्मुखाय नमः
- चंद्रमा का पूजन मंत्र - ॐ सोमाय नमः
- 'मम सुख सौभाग्य पुत्र-पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।'
- 'नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।'
03:42 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Moon Worship: क्यों होती है चंद्रमा की पूजा? चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का कारक माना जाता है और इनकी पूजा से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है और पति की आयु भी लंबी होती है। करवा चौथ का व्रत सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करती हैं। इस दिन कार्तिक संकष्टी चतुर्थी होती है। इस व्रत में भगवान शिव माता पार्वती और चंद्रमा का पूजन किया जाता है।
03:20 PM, 19-OCT-2024
करवा चौथ में सींक का महत्वकरवा चौथ व्रत की पूजा में सींक का होना बहुत जरूरी होता है। ये सींक मां करवा की शक्ति का प्रतीक है। पौराणिक कथा के अनुसार मां करवा के पति का पैर मगरमच्छ ने पकड़ लिया था। तब उन्होंने कच्चे धागे से मगर को बांध दिया और यमराज के पास पहुंच गईं। वे उस समय चित्रगुप्त के खाते देख रहे थे। करवा ने सात सींक लेकर उन्हें झाड़ना शुरू किया जिससे खाते आकाश में उड़ने लगे। करवा ने यमराज से अपने पति की रक्षा करने के लिए कहा, तब उन्होंने मगरमच्छ को मारकर करवा के पति की जान बचाई और उन्हें लंबी उम्र का वरदान दिया।
02:59 PM, 19-OCT-2024
दीपक और छलनी का प्रतीकात्मक महत्व
- दीये की रोशनी का करवा चौथ में विशेष महत्व होता है। शास्त्रों के अनुसार पृथ्वी पर सूर्य का बदला हुआ रूप अग्नि माना जाता है। माना जाता है कि अग्नि को साक्षी मानकर की गई पूजा सफल होती है। इसके साथ ही प्रकाश को ज्ञान का प्रतीक भी कहा जाता है। दीपक नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर भगाता है।
- छलनी की बात करें तो ज्यादातर महिलाएं दिन के अंत में पहले छलनी से चंद्रमा को देखकर और फिर तुरंत अपने पति को देखकर अपना व्रत खोलती हैं। यह करवा चौथ में सुनाई जानेवाली वीरवती की कथा से जुड़ा हुआ है। बहन वीरवती को भूखा देख उसके भाइयों ने चांद निकलने से पहले एक पेड़ की आड़ में छलनी में दीप रखकर चांद बनाया और बहन का व्रत खुलवाया।
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02:38 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Ka Mahatva: करवा का प्रतीकात्मक महत्व
करवा का अर्थ है 'करवा' यानी मिट्टी का बर्तन जिसे भगवान गणेश का स्वरूप माना जाता है। भगवान गणेश जल तत्व के कारक हैं और करवा में लगी नली भगवान गणेश की सूंड का प्रतीक है। इस दिन मिट्टी के करवा में जल भरकर पूजा में रखना शुभ माना जाता है।
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02:18 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Do's And Dont's: करवा चौथ व्रत के दौरान न करें ये काम
- करवा चौथ व्रत वाले दिन सुहागिनें अपने श्रृंगार में सफेद और काले रंग की वस्तु का प्रयोग न करें। ऐसा करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है।
- भद्रा काल के दौरान कोई संपत्ति या व्यापार की शुरुआत या निवेश न करें।
- करवा चौथ पर पूजा के बाद जब भी कोई श्रृंगार की वस्तु बच जाती हैं, तो उसे इधर उधर न फेंकें, बल्कि उसे किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें।
- इस दिन धारदार चीजों के इस्तेमाल से बचें। साथ ही किसी से कोई भी मनमुटाव न रखें और अपशब्द न कहें।
- व्रत पारण करने के बाद तामसिक भोजन ग्रहण न करें।
01:45 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Vrat Niyam: करवा चौथ व्रत नियम
- करवा चौथ की पूजा में व्रती महिलाओं को पूरे सोलह श्रृंगार के साथ बैठना चाहिए। इस दिन शादी का जोड़ा पहनना और भी फलदायक होता है।
- इस दिन व्रत का पारण हमेशा चंद्र दर्शन और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों से पानी पीकर करना चाहिए। इससे उपवास का संपूर्ण फल मिलता है।
- करवा चौथ पर करवा माता की पूजा का विधान है। इस दिन माता की पूजा और करवा चौथ की व्रत कथा अवश्य सुननी चाहिए। इससे शुभ परिणामों की प्राप्ति होती हैं।
- इस दौरान सुहागिन महिलाओं के लिए बायना जरूर निकालें। इसे देते समय उनके पैर छुएं।
- इस दिन पति पत्नी को आपस में किसी भी तरह की लड़ाई नहीं करनी चाहिए। साथ ही किसी को भी अपशब्द न बोलें।
01:15 PM, 19-OCT-2024
करवा चौथ पर कब निकलेगा आपके शहर में चांद...
शहर |
समय |
दिल्ली Karwa Chauth Moon Time Delhi |
रात 07:53 |
नोएडा Karwa Chauth Moon Time Noida |
रात 07:52 |
मुंबई Karwa Chauth Moon Time Mumbai |
रात 08:36 |
कोलकाता Karwa Chauth Moon Time Kolkata |
रात 07:22 |
चंडीगढ़ Karwa Chauth Moon Time Chandigarh |
रात 07:48 |
पंजाब Karwa Chauth Moon Time Punjab |
रात 07:48 |
जम्मू Karwa Chauth Moon Time Jammu |
रात 07:52 |
लुधियाना Karwa Chauth Moon Time Ludhiana |
रात 07:52 |
देहरादून Karwa Chauth Moon Time Dehradun |
रात 07:24 |
शिमला Karwa Chauth Moon Time Simla |
रात 07:47 |
पटना Karwa Chauth Moon Time Patna |
रात 07:29 |
लखनऊ Karwa Chauth Moon Time Lucknow |
रात 07:42 |
कानपुर Karwa Chauth Moon Time Kanpur |
रात 07:47 |
प्रयागराज Karwa Chauth Moon Time Prayagraj |
रात 07:42 |
इंदौर Karwa Chauth Moon Time Indore |
रात 08:15 |
भोपाल Karwa Chauth Moon Time Bhopal |
रात 08:07 |
अहमदाबाद Karwa Chauth Moon Time Ahmedabad |
रात 08:27 |
चेन्नई Karwa Chauth Moon Time Chennai |
रात 08:18 |
बंगलूरू Karwa Chauth Moon Time Bengaluru |
रात 08:30 |
जयपुर Karwa Chauth Moon Time Jaipur |
रात 08:05 |
रायपुर Karwa Chauth Moon Time Raipur |
रात 07:43 |
-
01:00 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Puja Vidhi: करवा चौथ पूजा विधि
करवा चौथ पर शाम को लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं, इस पर भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय, गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर दें। एक लोटे में जल भरकर उसके ऊपर श्रीफल रखकर कलावा बांध दें और दूसरा मिट्टी का करवा लेकर उसमें जल भरकर व ढक्कन में शक्कर भर दें, उसके ऊपर दक्षिणा रखें, रोली से करवे पर स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद धूप, दीप, अक्षत व पुष्प चढाकर भगवान का पूजन करें, पूजा के उपरांत भक्तिपूर्वक हाथ में गेहूं के दाने लेकर चौथमाता की कथा पढ़ें या सुने। फिर रात्रि में चंद्रोदय होने पर चंद्रदेव को अर्ध्य देकर बड़ों का आशीर्वाद लेते हुए व्रत को समाप्त करें।
12:40 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth Puja Samagri: करवा चौथ पूजन सामग्रीलकड़ी का आसान, देसी घी, पान, सींक, कलश, हल्दी, रोली, मौली, मिठाई, छन्नी, लोटे में भरने के लिए चावल, दान की सामग्री, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन और करवा चौथ व्रत कथा किताब।
12:20 PM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Puja Muhurat: करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त 2024करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए शाम को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती, विध्नहर्ता मंगलमूर्ति भगवान गणेश और चंद्रदेव की पूजा अर्चना करती हैं। इस बार करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग बना हुआ है। करवा चौथ पर 20 अक्तूबर को पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 46 मिनट लेकर शाम को 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा।
11:57 AM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Bhadra Time: भद्रा लगने का समय ज्योतिष शास्त्र में भद्रा को शुभ माना गया है। कहा जाता है कि भद्रा शुभ कार्यों में बाधा उत्पन्न करती है। इस वर्ष करवा चौथ पर 20 अक्तूबर को 21 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा, जो सुबह 06:24 से 06:46 तक रहने वाला है। करवा चौथ व्रत की शुरुआत भद्रा काल शुरू होने से पूर्व ही हो जाएगी। ऐसे में व्रती सूर्योदय से पहले स्नान कर सरगी ग्रहण कर लें और व्रत का संकल्प ले लें।
11:38 AM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Sargi Time: सरगी का शुभ मुहूर्त 2024सुहागिन महिलाएं करवा चौथ पर सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखने का संकल्प लेती हैं। इस दौरान सास द्वारा दी गई सरगी का सेवन किया जाता है। ऐसे में 20 अक्तूबर को सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर है। करवा चौथ पर सरगी सूर्योदय होने से दो घंटे पहले खाई जाती है। ऐसे करवा चौथ पर सरगी खाने का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
11:22 AM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Sargi: क्या होती है करवा चौथ व्रत की सरगी?करवा चौथ व्रत में कई तरह की परंपराओं का पालन किया जाता है, जिसकी शुरुआत सरगी खाने से होती है। ये सरगी सास अपनी बहू को देती है। सरगी में मिठाई, फल, सैवई, पूड़ी और साज-श्रृंगार का सामान दिया जाता है। सरगी के बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है।
11:09 AM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024: कब है चतुर्थी तिथि?पति की लंबी आयु और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी करवा चौथ का व्रत रविवार 20 अक्तूबर को रखेंगी। करवा चौथ की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 6:46 बजे से शुरू होगी और 21 अक्टूबर 2024 को सुबह 4:16 बजे समाप्त होगी।
11:05 AM, 19-OCT-2024
Karwa Chauth 2024 Live: करवा चौथ आज, यहां जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय
Karwa Chauth 2024 Date Time Shubh Muhurat Puja Vidhi And Moonrise Time: सुहागिन महिलाओं को हर वर्ष करवा चौथ के पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखंड सौभाग्य, पति की लंबी आयु और बेहतर जीवन के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस दिन सूर्योदय होने से पहले सरगी की परंपरा है। इस दौरान महिलाएं करवा चौथ व्रत का संकल्प लेती हैं। दिनभर उपवास रखते हुए रात को चंद्रमा के निकलने पर दर्शन और पूजन करते हुए व्रती महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन शाम को करवा माता, भगवान गणेश की पूजा और कथा सुनने का विधान है।