चूड़ामणि संस्कृत संस्थान के नए भवन का शिलान्यास, बसोहली आर्ट गैलरी-‘‘साहकी‘‘ का नामकरण किया
रंजीत सागर डैम पर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की ई-नींव रखी
एलजी ने दिव्यांग सहायक लॉन्च किया-
8.76 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जीडीसी बनी के बुनियादी ढांचे, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र के 8.39 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का ई-उद्घाटन किया
सिटी दर्पण ब्युरो, कठुआ 19 अगस्त 2021-उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज चूड़ामणि संस्कृत संस्थान, बसोहली के नए भवन का शिलान्यास किया और बसोहली आर्ट गैलरी ‘साहकी’ का नामकरण किया।
उपराज्यपाल ने रंजीत सागर डैम में वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की ई-नींव भी रखी, जिसे मार्च 2022 तक 3 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। 8.76 करोड़ रुपये से निर्मित जीडीसी बनी के बुनियादी ढांचे का ई-उद्घाटन किया, इसके अलावा 8.39 करोड़ रुपये के पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र के विकास कार्यों के अलावा दिव्यांग सहायक- “विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए कृत्रिम सहायता प्रदान करने के लिए एक पहल” का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, उपराज्यपाल ने कहा कि बनारस की तरह, जम्मू-कश्मीर हमेशा से संस्कृत का एक महान केंद्र रहा है। इसकी महिमा को पुनर्जीवित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने सभ्यता मूल्यों के संरक्षण और संवर्धन के अवसर पैदा करें।
उपराज्यपाल ने आगे कहा कि बसोहली में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन आज बसोहली और आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास के प्रति केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उपराज्यपाल ने कहा ‘‘हम बसोहली के ऐतिहासिक गौरव को पुनर्जीवित करने और इसे श्रीनगर में वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ वाटर स्पोर्ट्स के लिए एक अद्वितीय गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के प्रयास कर रहे हैं, जो खेल प्रतिभाओं को सभी आवश्यक संसाधन प्रदान करते हैं‘‘।
उपराज्यपाल ने कहा कि संस्कृत हमारे देश की एकमात्र ऐसी भाषा रही है जिसने न केवल विभिन्न क्षेत्रों को एकजुट किया है बल्कि गुरु और शिष्यों के बीच घनिष्ठ संबंध भी बनाए हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के मूल्यों को अल्बर्ट आइंस्टाईन, ओपेनहाइमर और मैक्समूलर जैसी महान हस्तियों ने भी मान्यता दी थी। हमारा प्रयास होना चाहिए कि विद्यालयों में आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप संस्कृत पढ़ाई जाए। आज की पीढ़ी उभरती चुनौतियों से निपटने के दौरान संस्कृत शास्त्रों के ज्ञान से परिचित होना चाहेगी‘‘।
उपराज्यपाल ने कहा कि पांच आधिकारिक भाषाओं के साथ, यूटी प्रशासन नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुसार संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और अभिनव गुप्ता संस्थान की स्थापना करने की कोशिश कर रहा है।
यह कहते हुए कि जम्मू-कश्मीर में वाटर स्पोर्ट्स ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण विकास देखा है, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति अर्जित की है, उपराज्यपाल ने कहा कि रंजीत सागर डैम पर खेल केंद्र युवा लड़कों और लड़कियों को विभिन्न खेल विषयों में पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा, इसके अलावा स्थानीय आबादी के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
निफ्ट के छात्रों को अपने संबोधन को याद करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि बसोहली की कला और डिजाइन ने दुनिया को रास्ता दिखाया है। सरकार ने इस साल अप्रैल में बसोहली आर्ट, ट्वीड फैब्रिक की जीआई टैगिंग का काम शुरू किया है और यह जल्द ही अपना गौरव फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसके गौरव को वापस लाना चाहिए और बसोहली कला को फिर से जीवंत करना चाहिए।‘‘
पुरातत्व विभाग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, उपराज्यपाल ने कहा कि यह बसोहली कला की विशिष्टता और जीवन शक्ति है कि सदियों बाद भी शोधकर्ता इसके मूल और बाद के विकास पर काम कर रहे हैं।
उपराज्यपाल ने सामुदायिक भागीदारी को केंद्र शासित प्रदेश सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि प्रशासन इसे और अधिक प्रभावी और जन-केंद्रित बनाने के विकास के प्रयासों में लोगों को शामिल कर रहा है।
उन्होंने कहा कि बसोहली में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की जमीनी स्तर पर उपस्थिति भी सर्वांगीण विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उपराज्यपाल ने उन लोगों को भी सम्मानित किया जो बसोहली कला और संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफैसर रजनीष कुमार षुकला ने भी इस अवसर पर बात की और विश्वस्थली के रूप में बसोहली की पहचान को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो कभी संस्कृत सीखने और भारतीय ज्ञान परंपरा के लिए उत्कृष्टता का केंद्र है।
चूड़ामणि संस्कृत संस्थान के छात्रों ने आगामी संस्कृत दिवस के संबंध में संस्कृत छंदों का मनमोहक पाठ प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर कर्नल महान सिंह अध्यक्ष डीडीसी बसोहली, श्री मुकेश सिंह एडीजीपी जम्मू डॉ. राघव लंगर संभागीय आयुक्त जम्मू, श्री राहुल यादव उपायुक्त कठुआ, नुजहत गुल सचिव खेल परिषद, सुमेश सपोलिया अध्यक्ष नगर पालिका बसोहली एवं पंचायती राज संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।