औद्योगिक निवेश करने वाले किसी भी उद्योगपति को कोई भी परेशानी न आने दी जाए
- अलग अलग विभागों के अधिकारी उद्योगपतियों को हर तरह की स्वीकृतियां सुचारू और परेशानी मुक्त करना यकीनी बनाएं
- पंजाब में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग
चंडीगढ़, 17 जनवरी:
पंजाब के उद्योग और वाणिज्य तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने शुक्रवार देर शाम इंवैस्ट पंजाब से संबंधित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। यह मीटिंग उद्योग भवन में लगभग 3 घंटे चली। इस मौके पर सौंद ने फोकल पॉइंट्स के जल्द कायाकल्प के लिए संबंधित विभागों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार का मकसद पंजाब में औद्योगिक निवेश बढ़ाना है और जब तक व्यापारियों और उद्योगपतियों को औद्योगिक क्षेत्रों में फोकल पॉइंट्स में उच्च स्तर की सुविधाएं नहीं मिलतीं, तब तक लक्ष्य पूरे नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो सके पंजाब के सभी फोकल पॉइंट्स सभी सुविधाओं के साथ लैस होने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि बहुत से निवेशक पंजाब में नए उद्योग स्थापित करने में रुचि दिखा रहे हैं लेकिन कुछ विभागों में उन्हें अनुमतियां लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सौंद ने निर्देश दिए कि जमीन प्राप्त करने से लेकर, ऑनलाइन अनुमतियां लेने तक और किसी भी उद्योग की स्थापना तक सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ ऐसे निवेशकों की मदद करें और यदि किसी स्तर पर कोई समस्या आती है तो उनके ध्यान में लाया जाये ताकि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को बताकर ऐसे मसले हल किये जा सकें।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के साथ लगता पंजाब का क्षेत्र बहुत रमणीक और खूबसूरत है जिसे पर्यटन के लिए विकसित किया जा सकता है। उन्होंने इस मकसद के लिए कोई उचित योजना तैयार करने की भी निर्देश दिये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि इस मीटिंग का मुख्य मकसद विभिन्न विभागों में बेहतर तालमेल बनाना था ताकि व्यवसायिकों को हर तरह की अनुमतियां लेने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। मीटिंग में उद्योग, इंवैस्ट पंजाब, ग्रामीण विकास और पंचायत, पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों आदि विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की पूरी टीम राज्य को ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए भरपूर यत्न कर रही है और बहुत से औद्योगिक घराने पंजाब में निवेश के लिए दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सौंद ने कहा कि कुछ मामलों में उनके ध्यान में आया है, जहां नए उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन देने की प्रक्रिया में कुछ रुकावटें आ रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंजाब में औद्योगिक निवेश करने वाले किसी भी उद्योगपति को कोई भी दिक्कत न आने दी जाए। उन्होंने इंवैस्ट पंजाब के अधिकारियों को सभी संबंधित विभागों के साथ सुचारू तालमेल रखने के लिए कहा।
सौंद ने कहा कि नए निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, इसलिए नई उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन लेने से लेकर हर तरह की अनुमतियों को अधिकारी सुचारू और परेशानी मुक्त करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जानबूझकर किसी भी प्रोजेक्ट में अड़ंगा डालने वाले अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मीटिंग में चेयरमैन दलबीर सिंह ढिल्लों, तेजवीर सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग विभाग, इंवैस्ट पंजाब के सीईओ डीपीएस खरबंदा, ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के सचिव दिलराज सिंह और डायरेक्टर परमजीत सिंह तथा अन्य विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।