*सूरजकुंड परिसर में आगामी 7 से 23 फरवरी तक लगेगा अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेला*
चंडीगढ़, 07 जनवरी- हरियाणा पर्यटन निगम की प्रधान सचिव श्रीमती कला रामचंद्रन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश अपनी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को सहेजे है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा की पावन धरा पर लगने वाला सूरजकुंड मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय पटल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
श्रीमती कला रामचंद्रन आज 38वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले की तैयारियों को लेकर फरीदाबाद जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रही थी। गौरतलब है कि फरीदाबाद जिला में स्थित सूरजकुंड परिसर में आगामी 7 से 23 फरवरी तक अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेले का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले के आयोजन की जिम्मेवारी प्रभावी रूप से निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार 38 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले में उड़ीसा व मध्यप्रदेश थीम स्टेट हैं और बिम्सटेक-बांग्लादेश, भूटान, इंडिया,म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका व थाईलैंड इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन हैं और नार्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन मेले का कल्चरल पार्टनर है, साथ ही दिल्ली मेट्रो टिकटिंग पार्टनर रहेगा। उन्होंने बताया कि सूरजकुंड मेला पूर्ण रूप से डिजिटलाइज्ड रहेगा और मेले से जुड़े हर पहलू की जानकारी सूरजकुंडमेला डॉट कॉ डॉट इन पर उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में सूरजकुंड मेले को भव्य ढंग से मनाने के लिए सभी तैयारियां प्रभावी रूप से की जा रही हैं और 7 से 23 फरवरी के बीच मेले के दौरान जहां हरियाणवी संस्कृति का संप्रेषण अन्य राज्यों व बिम्सटेक देशों तक पहुंचेगा वहीं वहां की संस्कृति से भी रूबरू होने का अवसर हरियाणा वासियों को मिलेगा।