सिटी दर्पण
ढाका, 02 जनवरी:
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने देश में शांति और स्थिरता की अपील की है। उन्होंने राष्ट्रीय सहमति बनाने पर जोर दिया है, जिससे स्थिरता की तरफ बढ़ा जा सके। बांग्लादेश आर्मी चीफ ने प्रथोमालो को दिए इंटरव्यू में अपने देश की स्थिति और पड़ोसी देशों से संबंधों पर बात की है। इस दौरान उन्होंने मौजूदा अंतरिम प्रशासन की पुलिसिंग विफलताओं पर भी चिंता जताई है। उन्होंने देश में विकास और सुशासन के लिए शांति, स्थिरता और राष्ट्रीय सहमति के साथ आगे बढ़ने की बात कही है। उन्होंने बांग्लादेश में सेना की ज्यादा भूमिका के बजाय राजनीतिक दलों की जरूरत पर जोर दिया है।
बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति पर बात करते हुए जनरल वकार ने प्रथोमालो से कहा, 'हम एक शांतिपूर्ण वातावरण चाहते हैं। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए शांति और स्थिरता महत्वपूर्ण है। इसके बिना कोई विकास या सुशासन नहीं हो सकता है। इसलिए हमें आपस में सहिष्णुता बहाल करने की जरूरत है। सुलह की तरफ बढ़ते हुए राष्ट्रीय सहमति का माहौल बनाना होगा।'
यूनुस सरकार को समर्थन का किया वादा
बांग्लादेश में निष्क्रिय पुलिस प्रशासन को देखते हुए इस बात की बढ़ती आशंका थी कि सेना ज्यादा सक्रिय भूमिका हासिल करेगी। जनरल वकार ने सेना की भूमिका ज्यादा ना बढ़ाने का संकेत दिया है। उन्होंने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को पूरा समर्थन की बात कही है और नई सरकार का भी वादा किया है। उन्होंने कहा, 'देश में संस्थानों की बहाली के लिए राजनीतिक रूप से सशक्त सरकार चाहिए। हमें राजनीतिक दलों और सरकार की जरूरत है। यह राजनीति और राजनीतिक सरकार के बिना संभव नहीं होगा।'जनरल वकार ने बांग्लादेश में तीखी होती भारत विरोधी बयानबाजी को भी शांत करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, 'भारत और बांग्लादेश महत्वपूर्ण पड़ोसी है। हम कई मायनों में भारत पर निर्भर हैं तो भारत को भी हमसे सुविधाएं ले रहा है। दोनों ही पक्ष अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं, आर्थिक गतिविधियों और दूसरी जरूरतों के लिए एक-दूसरे पर निर्भर हैं। ऐसे में दोनों देशों को अच्छे संबंध रखते हुए आगे बढ़ना होगा।
बांग्लादेश सेना प्रमुख ने भारत को भरोसा देने की कोशिश करते हुए कहा कि हम अपने किसी पड़ोसी देश के साथ ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो उनके रणनीतिक हितों के खिलाफ हो। साथ ही हम भी ये उम्मीद करेंगे कि हमारा पड़ोसी ऐसा कुछ ना करे जो हमारे हितों के विपरीत हो। उन्होंने म्यांमार में जारी गृह युद्ध पर भी बात की है। उन्होंने माना कि बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं।