अटल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी
विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया
श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग अच्छी तरह से परिचित: रक्षा मंत्री
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को देश के सभी राज्यों से आगे ले जाने में सफलता प्राप्त की
श्रद्धेय अटल जी की जन्म शताब्दी का यह भव्य आयोजन उनके प्रति प्रदेश और देश के अनुराग और प्रेम को व्यक्त करता: मुख्यमंत्री
यहां के जनप्रतिनिधियों ने अटल जी की स्मृति को जीवन्त बनाए रखने के लिए सभी संस्थाओं को एक मंच देकर लखनऊ और देश
मंे आयोजित होने वाले शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम को नई ऊंचाई दी
आज का यह युवा कुम्भ उन स्मृतियों को ताजा कर रहा, जो भारत की सनातन धर्म परम्परा में कुम्भ के आयोजन के साथ जोड़तीं
कुम्भ भारत की पहचान, भारत की सनातन आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति का समागम, 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज की धरती पर होने वाले महासमागम का एक दृश्य आज यहां प्रस्तुत किया गया
यदि आप सभी निरन्तर आगे बढ़ेंगे व कदम मिलाकर चलेंगे, तो निश्चित ही आपको अपना ध्येय प्राप्त होगा
लखनऊ,24 दिसम्बर: भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशती वर्ष के अवसर पर के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित ‘अटल युवा महाकुम्भ’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने अटल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज यहां छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए भव्य कार्यक्रम को देखकर अनुभूति हो रही है कि 25 दिसम्बर, 1924 को भारत के राजनैतिक क्षितिज पर जिस सूर्य का उदय हुआ था, वह सूर्य आज भी अस्त नहीं हुआ है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग अच्छी तरह से परिचित हैं। विशेष रूप से लखनऊ के निवासी अटल जी से काफी हद तक परिचित हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि विलक्षण प्रतिभा होने के साथ-साथ अटल जी के व्यक्तित्व में अद्भुत सरलता भी दिखाई देती है। किसी व्यक्ति ने उनसे एक समय कहा था कि आप बहुत अच्छे वक्ता तथा विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं, लेकिन आपको जितना दृढ़ होना चाहिए उतने दृढ़ नहीं है, तो अटल जी ने उत्तर दिया कि मैं अटल के साथ-साथ बिहारी भी हूं। उन्होंने ऐसा कहकर पूरे माहौल को आनन्ददायक बना दिया था।
रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें अभिभावक के रूप में अटल जी का विशेष स्नेह प्राप्त हुआ। देश के अनेक नेताओं को उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ। उन्होंने भारत की राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। जिस समय उनकी सरकार एक वोट से संकट में आ गई थी, तो उनके द्वारा दिए गए अद्भुत भाषण को देश ही नहीं बल्कि दुनिया में रहने वाले भारतीय मूल के अनेक लोगों ने सुना। भाषण को समाप्त करते हुए उन्होंने कहा कि किसी पार्टी को तोड़कर मैं अपनी सरकार को नहीं बचाना चाहूंगा। मेरी अंतरात्मा यह कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि सरकारें आएंगी, सरकारें जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, पार्टियां बिगड़ेंगी, मगर यह देश रहना चाहिए। इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश को देश के सभी राज्यों से आगे ले जाने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी की जन्म शताब्दी का यह भव्य आयोजन उनके प्रति प्रदेश और देश के अनुराग और प्रेम को व्यक्त करता है। इस भव्य आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में आज यहां पर रक्षा मंत्री जी का सान्निध्य हम सभी को प्राप्त हो रहा है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने अटल जी की स्मृति को जीवन्त बनाए रखने के लिए सभी संस्थाओं को एक मंच देकर लखनऊ और देश मंे आयोजित होने वाले शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम को नई ऊंचाई दी है।
आज का यह युवा कुम्भ उन स्मृतियों को ताजा कर रहा है, जो भारत की सनातन धर्म परम्परा में कुम्भ के आयोजन के साथ जोड़ती हैं। कुम्भ भारत की पहचान है। भारत की सनातन आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति का समागम है। 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज की धरती पर होने वाले महासमागम का एक दृश्य आज यहां पर प्रशासन के सहयोग से लोकप्रिय जनप्रतिनिधियों ने रक्षा मंत्री जी के सामने प्रस्तुत किया है। यह अटल जी की उन पंक्तियों को चरितार्थ करता है जिसमें उन्होंने कहा कि उजियारे में, अँधकार में, कल कछार में, बीच धार में, घोर घृणा में, पूत प्यार में, क्षणिक जीत में, दीर्घ हार में, जीवन के शत-शत आकर्षक, अरमानों को दलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा। इस युवा कुम्भ ने अटल जी की उन स्मृतियों को ताजा किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाली विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज सुबह बारिश होने पर जब उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों से पूछा कि बारिश के बावजूद कार्यक्रम होगा अथवा नहीं, तो उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवा ऊर्जा का प्रतीक है। कार्यक्रम अवश्य होगा। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मौसम की परवाह किये बिना आपने भव्यता के साथ अटल जी की स्मृतियों को याद किया है। कल उनका जन्म शताब्दी वर्ष है। भव्यता के साथ जन्म शताब्दी वर्ष का शुभारम्भ अटल जी के प्रति आपकी श्रद्धा व सम्मान को व्यक्त करता है।
मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता तथा प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं के प्रति शुभेच्छा तथा विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी निरन्तर आगे बढ़ेंगे व कदम मिलाकर के चलेंग,े तो निश्चित ही आपको अपना ध्येय प्राप्त होगा।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, विधायक डॉ0 नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य डॉ0 महेन्द्र सिंह, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, अध्यापकगण, छात्र-छात्राएं तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।