जल संसाधान मंत्री स्वयं भी तेलंगाना माडल का करेंगी अवलोकन
चंडीगढ़, 17 नवंबर- हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधान मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने कहा कि किसानों के खेतों तक नहरी पानी पहुंचाना उनकी पहली प्रथामिकता है, इसके साथ-साथ पीने के पानी को भी घर-घर तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी। गुरुग्राम, बहादुरगढ़ व मेवात क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए गुड़गांव जलापूर्ति चैनल तथा मेवात फीडर पाइप लाइन परियोजना के लिए भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के उपक्रम वैपकोस के साथ समझौता किया गया है।
मंत्री ने कल सायं यहां सिंचाई एवं जल संसाधान विभाग के अभियंता प्रमुख वीरेंद्र कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ वैपकोस के संबंध में बैठक की।
वैपकास द्वार दिए प्रस्तुतिकरण में मंत्री को अवगत कराया गया कि वैपकोस जलसंसाधन, बिजली तथा अवसंरचना विकास परियोजनाओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अफ्रीकी व यूरोपियन देशों में परियोजनाओ में तकनीकी सहायता व निविदा प्रबंधन में सलाहकार सेवाएं प्रदान कर रहा है। तेलंगाना में भी वैपकोस कार्य कर रहा है।
गुड़गांव जलापूर्ति चैनल तथा मेवात फीडर पाइप लाइन परियोजना के लिए हरियाणा के सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर पहले ही किए जा चुके हैं। गुड़गांव जलापूर्ति चैनल परियोजना पर कुल खर्च 1989.40 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। वर्ष 2050 तक की संभावित जनसंख्या की जल आपूर्ति के लिए 686.40 क्यूसिक पानी की जरूरत पड़ेगी। इसी प्रकार मेवात फीडर पाइप लाइन परियोजना पर कुल 386.05 करोड़ रुपये खर्च होना अनुमानित है। दोनों परियोजनाएं वैपकोस द्वारा 2027 तक पूरी कर दी जाएंगी। जनस्वास्थ्य अभियिंत्री विभाग, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं ढांचागत विकास निगम व हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण परियोजनाओं में मुख्य हितकारक हैं।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तेलंगाना माडल का अध्ययन करने के लिए अधिकारियों को तेलंगाना भेजा जाए। वे स्वयं भी माडल को देखने तेलंगाना जाएंगी।