सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 15 नवंबरः
टेस्ला चीफ इलॉन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के डिप्लोमैट आमिर सईद इरावानी से सोमवार को किसी गुप्त जगह पर मुलाकात की। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक दोनों ने ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने के तरीकों पर चर्चा की।
ईरान से जुड़े दो सूत्रों ने NYT को बताया कि मस्क ने इस मीटिंग के लिए पहल की थी, वहीं ईरानी डिप्लोमैट ने जगह का चयन किया था। दोनों पक्षों ने एक घंटे से ज्यादा समय तक बातचीत की। सूत्रों ने कहा कि ईरानी डिप्लोमैट बातचीत से खुश नजर आए।
रिपोर्ट के मुताबिक बातचीत के दौरान ईरानी डिप्लोमैट ने मस्क को सलाह दी कि उन्हें सरकार से छूट लेकर अपना कारोबार ईरान ले जाना चाहिए। ईरान और मस्क ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
ईरान और अमेरिका के बीच 2015 में न्यूक्लियर कार्यक्रम बंद करने को लेकर एक डील हुई थी। तब दोनों देशों के बीच रिश्ते कुछ नरम हुए थे। ट्रम्प ने ये डील तोड़ दी। (तस्वीर में अमेरिका और ईरान के विदेश मंत्री हैं।)
बाइडेन प्रशासन को नहीं थी जानकारी एक अमेरिकी अधिकारी ने CNN को बताया कि संयुक्त राष्ट्र में बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों को इस मीटिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
ट्रम्प टीम के कम्युनिकेश डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने कहा कि ये निजी मीटिंग हुई या नहीं, इस पर टिप्पणी नहीं करेंगे। ट्रम्प की सहयोगी कैरोलिन लेविट ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी लोगों ने राष्ट्रपति पद के लिए ट्रम्प को चुना है, क्योंकि लोगों को उनपर भरोसा है। वे हमारे देश का नेतृत्व करेंगे और दुनियाभर में शांति बहाल करेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक यह मीटिंग ऐसे वक्त में हुई है जब माना जा रहा है कि ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद अगले 4 चाल ईरान के लिए मुश्किल साबित हो सकते हैं। कई एक्सपर्ट का मानना है कि ट्रम्प, ईरान पर और दबाव बढ़ा सकते हैं। इससे ईरान की इकोनॉमी और संकट में पड़ सकती है।
अमेरिकी अधिकारियों ने CNN से कहा-
अब मस्क ईरानियों से बातचीत कर रहे हैं। ईरानियों ने ट्रम्प के परमाणु समझौते से बाहर निकलने से पहले से ही अमेरिका के साथ सीधे बातचीत नहीं की है इसलिए यह बहुत बड़ी बात हो सकती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रम्प, ईरान के साथ खराब संबंधों के बावजूद डिप्लोमेसी जारी रखना चाहते हैं। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में बराक ओबामा की ईरान न्यूक्लियर डील को छोड़ दिया था। उन्होंने इस समझौते को एकतरफा और अमेरिका के लिए नुकसानदेह बताया था। इसके बाद ट्रम्प ने ईरान पर बेहद सख्त प्रतिबंध लगाए गए थे।
ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने से मस्क को फायदा, चुनाव में 900 करोड़ से ज्यादा खर्च किए थे
राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प की जीत के बाद मार-ए-लागो क्लब में पार्टी का आयोजन हुआ था। इसमें ट्रम्प फैमिली के साथ मस्क भी शामिल हुए थे। यह तस्वीर मस्क ने शेयर की थी। इसमें वे अपने बेटे के साथ हैं।
NYT के मुताबिक ट्रम्प के दूसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद मस्क अमेरिका के सबसे ताकतवर शख्स के रूप में उभरे हैं। ट्रम्प उनकी सलाह पर कई काम कर रहे हैं। पिछले सप्ताह यूक्रेन के राष्ट्रपति से बातचीत के दौरान ट्रम्प ने अपना फोन मस्क को दे दिया था। तुर्किये राष्ट्रपति एर्दोगन ने भी कहा था कि जब वे ट्रम्प से बात कर रहे थे तब मस्क उनके साथ थे।
दुनिया के सबसे अमीर शख्स मस्क ने ट्रम्प के कैंपेन में बड़ा रोल निभाया था। वह पहले ऐसे चर्चित बिजनेसमैन रहे, जिन्होंने खुलकर ट्रम्प के पक्ष में प्रचार किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्क ने ट्रम्प के प्रचार में करीब 900 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए।